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Maharashtra Political Turmoil: उच्च शिक्षा मंत्री उदय शामंत भी एकनाथ शिंदे कैंप में शामिल, आदित्य ठाकरे ने की तीखी टिप्पणी

जब आदित्य ठाकरे से यह पूछा गया कि उन्हें कितना यकीन है कि महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार नहीं गिरेगी तो आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमें पूरा भरोसा है कि हम जीतेंगे सभी लोगों का प्यार हमारे साथ है वहीं जो लोगों ने विश्वासघात किया वो कभी नहीं जीतेंगे।

By Piyush KumarEdited By: Updated: Tue, 28 Jun 2022 05:46 AM (IST)
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मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे की फाइल फोटो।
मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक हलचल के बीच शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के उच्च शिक्षा मंत्री उदय सामंत (Uday Samant) भी एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले विद्रोही कैंप में शामिल हो गए। उदय सामंत का एकनाथ शिंदे के गुट में शामिल हो जाने पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने सोमवार को तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, 'यह उनका फैसला है।' आदित्य ठाकरे ने कहा, 'यह उनका फैसला है, लेकिन वह किसी दिन हमारे सामने जरूर आएंगे और उन्हें किसी न किसी दिन हमारे आंखों में आंखे डालकर उन्हें देखना होगा'।

हमें पूरा भरोसा है कि हम जीतेंगे: आदित्य ठाकरे

जब आदित्य ठाकरे से यह पूछा गया कि उन्हें कितना यकीन है कि महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार नहीं गिरेगी तो आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमें पूरा भरोसा है कि हम जीतेंगे, सभी लोगों का प्यार हमारे साथ है, वहीं जो लोगों ने विश्वासघात किया वो कभी नहीं जीतेंगे। उन्हेंने आगे यह भी कहा कि जो भाग रहे हैं उन्हें भी हार का सामना करना पड़ेगा। बता दें कि शिंदे, पार्टी के विधायकों और निर्दलीय विधायकों के साथ 22 जून से गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल में ठहराया गया है। 

वहीं, संवाददाताओं से संबोधित करते हुए शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि गुवाहाटी में लोगों के दो समूह  हैं। एक समूह के 15-16 लोग हमारे संपर्क में हैं, उनमें से कुछ लोगों से हाल ही हमारी बातचीत हुई है। वहीं, दूसरा समूह वो है जो भाग गए हैं, उनमें साहस नहीं बची हुई है। 

सुप्रीम कोर्ट ने दी एकनाथ शिंदे खेमे को राहत

गौरतलब है कि उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत का गुवाहाटी जाकर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली बागी विधायकों को खेमें में मिल जाना उद्धव ठाकरे गुट के लिए बड़ा झटका है। उल्लेखनीय है कि शिवसेना के दोनों खेमों के बीच चल रही लड़ाई अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गई है, सुप्रीम कोर्ट द्वारा सोमवार को शिंदे और अन्य विधायकों को 12 जुलाई की शाम 5.30 बजे तक महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष द्वारा उन्हें जारी अयोग्यता नोटिस पर अपना जवाब दाखिल करने के लिए अंतरिम राहत दी गई है। बता दें कि डिप्टी स्पीकर ने उन्हें सोमवार शाम 5.30 बजे तक जवाब दाखिल करने का समय दिया था। बता दें कि शिवसेना के बागी कैंप (एकनाथ शिंदे)  संबंध में दिए गए सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने भाजपा के हौसले बुलंद कर दिए हैं। इस फैसले के बाद राज्यपाल की भूमिका बढ़ गई है।

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