विधानसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र में होगा बड़ा खेला? BJP नेता ने खोल दिया अजीत पवार के खिलाफ मोर्चा
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा नेता सुदर्शन चौधरी ने एनसीपी नेता और प्रदेश के मुख्यमंत्री अजीत पवार के खिलाफ टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि अजीत पवार सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा न होते तो सुभाष देशमुख राहुल कुलकर्णी और योगेश तिलेकर जैसे वरिष्ठ नेता मंत्री बन सकते थे। जबकि अन्य लोगों को सरकारी निगमों का प्रमुख बनाया जा सकता था।
पीटीआई, पुणे। पुणे के शिरूर से भाजपा के एक पदाधिकारी ने सत्तारूढ़ गठबंधन से उप मुख्यमंत्री अजीत पवार और उनके नेतृत्व वाली राकांपा को बाहर करने की मांग की। यह मांग पार्टी की शिरूर तहसील के उपाध्यक्ष सुदर्शन चौधरी ने की।
भेजपा नेता मांगे माफी: राकांपा कार्यकर्ता
इसका एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ है। इसमें उन्हें पार्टी की बैठक में यह मांग करते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो के सार्वजनिक होने के बाद राकांपा कार्यकर्ताओं में गहरा आक्रोश है। राकांपा कार्यकर्ताओं ने भाजपा नेता से माफी मांगने को कहा है।
वीडियो में उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि यदि अजीत पवार सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा न होते तो सुभाष देशमुख, राहुल कुलकर्णी और योगेश तिलेकर जैसे वरिष्ठ नेता मंत्री बन सकते थे। जबकि अन्य लोगों को सरकारी निगमों का प्रमुख बनाया जा सकता था।
राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं में भय: सुदर्शन चौधरी
सुभाष देशमुख, राहुल कुलकर्णी और योगेश तिलेकर बैठक में मौजूद थे। चौधरी ने दावा किया कि भाजपा पिछले कई वर्षों से पवार की आलोचना करती आ रही थी, लेकिन राज्य में कार्यकर्ता अब भयभीत महसूस कर रहे हैं, क्योंकि उप मुख्यमंत्री ही मामलों की कमान संभाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि तहसील के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि उन्हें ऐसी शक्तियां नहीं चाहिए, जिसमें अजीत पवार का हस्तक्षेप हो।
अजीत पवार को सत्ता में क्यों लाया जाए, इसलिए कि वह भाजपा कार्यकर्ताओं की आवाज को दबा सकें। चौधरी ने शिरूर में हुई समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपनी मंशा जाहिर कर दी है। इस बीच, जब चौधरी मीडिया से बात कर रहे थे तभी राकांपा के कुछ कार्यकर्ता कृषि उपज बाजार समिति (एपीएमसी) परिसर पहुंचे और उनके खिलाफ नारेबाजी की।