'जहां भी वे हाथ रखते हैं, नष्ट हो जाता है', शिवाजी की मूर्ति ढहने पर उद्धव का PM मोदी पर निशाना
Shivaji Statue Collapse छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने के मामले में महाराष्ट्र में सियासी पारा चढ़ गया है। मुंबई में विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी ने विरोध मार्च निकाला। जवाब में भाजपा ने भी प्रदर्शन किया। इस बीच एमवीए नेताओं ने इस घटना पर केंद्र और राज्य सरकारों की आलोचना की। उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी पर निशाना साधा।
एएनआई, मुंबई। महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में शिवाजी महाराज की मूर्ति ढहने की घटना के विरोध में रविवार को मुंबई में महा विकास अघाड़ी ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र की आत्मा का अपमान हुआ है और लोग छत्रपति शिवाजी का अपमान करने वालों को कभी नहीं भूलेंगे।
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उद्धव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा और कहा, "वे जहां भी हाथ रखते हैं, सत्य नष्ट हो जाता है। इस गलती के लिए कोई बहाना नहीं है। शिवाजी महाराज और गेटवे ऑफ इंडिया हमारे देश का प्रवेश द्वार है। यह शिव विरोधी सरकार असंवैधानिक तरीके से बैठी है। देश के प्रधानमंत्री चार दिन पहले आए थे। उन्होंने माफी मांगी। माफी मांगते समय भी उनके चेहरे पर कुछ नहीं था।"
महाराष्ट्र की आत्मा का अपमान
उद्धव ने कहा, "क्या आपने (पीएम) भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए माफी मांगी? यह मोदी की गारंटी है, वे जहां भी हाथ रखेंगे, नष्ट हो जाएगा। ठाकर ने आगे कहा कि महाराष्ट्र की आत्मा का अपमान किया गया है। महाराष्ट्र के धर्म का अपमान किया गया है। महाराष्ट्र शिवाजी का अपमान करने वालों को कभी माफ नहीं करेगा।"
पालघर में पीएम मोदी ने मांगी थी माफी
बता दें कि शुक्रवार को पालघर जिले के मालवन में पीएम मोदी ने एक जनसभा में शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने से आहत महाराष्ट्र के लोगों से सिर झुकाकर माफी मांगी थी। बता दें कि 26 अगस्त को सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फीट ऊंची प्रतिमा ढह गई थी। इसका अनावरण पिछले साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस पर किया गया था।
एमवीए ने कभी नहीं किया शिवाजी का सम्मान
डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि अघाड़ी का आंदोलन पूरी तरह से राजनीतिक है। एमवीए या कांग्रेस ने कभी छत्रपति शिवाजी का सम्मान नहीं किया।