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Maharashtra Election: महाराष्ट्र चुनाव में कौन होगा विपक्ष का CM फेस? शरद पवार ने कर दिया साफ

Sharad Pawar on Maharashtra Election महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले ही राज्य की सियासत गरमा गई है। विपक्ष लगातार शिंदे सरकार पर हमला बोल रहा है। वहीं एमवीए का ये भी कहना है कि महायुति गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इस बीच एनसीपी (एसपी) नेता शरद पवार ने महा विकास अघाड़ी (MVA) के सीएम फेस को लेकर बड़ा बयान दिया है।

By Agency Edited By: Mahen Khanna Updated: Wed, 04 Sep 2024 03:13 PM (IST)
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Sharad Pawar on Maharashtra Election महाराष्ट्र चुनाव को लेकर एक्टिव हुए शरद पवार।

पीटीआई, कोल्हापुर। Sharad Pawar on Maharashtra Election महाराष्ट्र में कुछ महीनों बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनावों से पहले ही राज्य की सियासत गरमा गई है। विपक्ष लगातार शिंदे सरकार पर हमला बोल रहा है। वहीं, एमवीए का ये भी कहना है कि महायुति गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।

इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और एनसीपी (एसपी) नेता शरद पवार ने महा विकास अघाड़ी (MVA) के सीएम फेस को लेकर बड़ा बयान दिया है।   

चुनाव नतीजों के बाद सीएम पर फैसला

शरद पवार ने कहा कि राज्य विधानसभा चुनाव से पहले महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की कोई जरूरत नहीं है। कोल्हापुर में पत्रकारों से बात करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला चुनाव नतीजों के बाद किया जा सकता है।

इस फॉर्मूले पर तय होगा सीएम

शरद पवार ने कहा कि गठबंधन में सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाली पार्टी के आधार पर मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार तय किया जाएगा। पवार ने कहा कि वह चाहते हैं कि एमवीए सीट बंटवारे की प्रक्रिया पूरी करे और जल्द से जल्द चुनाव अभियान शुरू करे।

जल्द बनानी होगी चुनावी रणनीति

पवार ने आगे कहा,

एमवीए नेताओं को 7 से 9 सितंबर के बीच बातचीत के लिए बैठना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि नवंबर के दूसरे हफ्ते तक चुनाव प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। 

MVA में और पार्टियों को लाने की चर्चा

पवार ने कहा कि शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (एसपी) और कांग्रेस से मिलकर बनी एमवीए के बीच बातचीत में पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी (पीडब्ल्यूपी), सीपीआई और सीपीएम को भी शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन पार्टियों का राज्य में कुछ क्षेत्रों में प्रभाव है और उन्होंने लोकसभा चुनावों में एमवीए की मदद की।