I.N.D.I.A की मजबूती से परेशान मोदी सरकार, एजेंसियों की छापेमारी इसका सबूत: खरगे
INDIA Meeting कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि आईएनडीआईए गठबंधन की लगातार बढ़ रही मजबूती से मोदी सरकार परेशान है। महाराष्ट्र राजस्थान बंगाल के बाद पिछले हफ्ते झारखंड और छत्तीसगढ़ में एजेंसियों द्वारा की गई छापेमारी इसका प्रमाण है। उन्होंने कहा कि सभी बैठकों में हमें कामयाबी मिली है।
By Jagran NewsEdited By: Manish NegiUpdated: Fri, 01 Sep 2023 04:12 PM (IST)
संजय मिश्र, मुंबई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आईएनडीआईए की बैठक के दौरान विपक्षी नेताओं को मोदी सरकार के और हमलों, छापेमारियों ही नहीं गिरफ्तारी के लिए भी तैयार रहने को कहा है। खरगे के अनुसार, आईएनडीआईए गठबंधन की लगातार बढ़ रही मजबूती से परेशान मोदी सरकार प्रतिशोध की राजनीति को और तेज करेगी। हमारे नेताओं के खिलाफ एजेंसियों का दुरुपयोग करेगी। महाराष्ट्र, राजस्थान, बंगाल के बाद पिछले हफ्ते झारखंड और छत्तीसगढ़ में एजेंसियों द्वारा की गई छापेमारी इसका प्रमाण है।
पीएम मोदी पर निशाना
विपक्षी आईएनडीआईए की बैठक के दौरान अपने संबोधन में खरगे ने कहा कि पटना और बेंगलुरु की बैठक कामयाबी थी। प्रधानमंत्री ने अपने भाषणों में न केवल हमारे प्यारे देश इंडिया के नाम पर हमला किया है, बल्कि देश के नाम की तुलना एक आतंकवादी संगठन और गुलामी के प्रतीक से भी की है।
जनता ने किया परिवर्तन लाने का फैसला
खरगे ने एक्स पर पोस्ट में 'एक देश एक चुनाव' की मोदी सरकार की तेज की गई पहल पर चोट करते हुए कहा कि सत्ताधारी शासन जनता को चाहे कितनी भी भटकाव में क्यों न डाले, भारत के नागरिकों के साथ अब और विश्वासघात नहीं किया जाएगा। 140 करोड़ भारतीयों ने परिवर्तन लाने का फैसला किया है। इस निरंकुश सरकार के जाने की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। समाज का हर वर्ग किसान, युवा, महिलाएं, मध्यम वर्ग, गैर सरकारी, बुद्धिजीवी संगठन और यहां तक कि पत्रकार सभी भाजपा के सत्तावादी कुशासन का शिकार हो रहे हैं।एजेंसियों पर नियंत्रण चाहती है भाजपा
खरगे ने कहा कि भाजपा एजेंसियों और संस्थानों पर पूर्ण नियंत्रण चाहती है। ईडी प्रमुख, सीबीआई निदेशक, चुनाव आयुक्तों या यहां तक कि देश भर की अदालतों के न्यायाधीशों की नियुक्ति को नियंत्रित करने पर भाजपा अड़ी हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा नौ वर्षों में भाजपा और आरएसएस ने जो सांप्रदायिक जहर फैलाया है, वह अब निर्दोष ट्रेन यात्रियों और निर्दोष स्कूली बच्चों के खिलाफ घृणा अपराधों में देखा जा रहा है। यह कोई आश्चर्य नहीं कि जब देश के एक हिस्से में भयानक दुष्कर्म में शामिल लोगों को रिहा कर सम्मानित किया जाता है, तो दूसरे हिस्से में भयानक अपराधों और नग्न महिलाओं की परेड को बढ़ावा दिया जाता है। कारगिल के वीर की पत्नी को भी नहीं बख्शा जाता।
खरगे ने कहा यह हाशिये पर पड़े लोगों के प्रति भाजपा सरकार की उदासीनता है जिसके कारण उनके नेता गरीब आदिवासियों और दलितों पर पेशाब करते हैं। राज्यों के संघीय ढांचे पर प्रहार की बात उठाते हुए खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार राज्यों को नियंत्रण में रखना चाहती है। राज्यों को कर राजस्व में उनके हिस्से से वंचित किया जा रहा है। विपक्ष शासित राज्यों को मनरेगा का बकाया नहीं दिया जा रहा है। निवेशकों को अपने निवेश और परियोजनाओं को विपक्ष शासित राज्यों से बाहर भाजपा शासित राज्यों में स्थानांतरित करने के लिए मजबूर किया जाता है।
हमारी ताकत से सरकार परेशान
आईएनडीआईए की मजबूती पर खरगे ने कहा कि तीन बैठकों के दौरान गठबंधन ने एक संयुक्त मोर्चे के रूप में संसद के भीतर और बाहर सरकार को सफलतापूर्वक जवाबदेह बनाया है। हमारी ताकत सरकार को परेशान करती है और यही कारण है कि उसने संसद में महत्वपूर्ण विधेयकों को आगे बढ़ा दिया है। विपक्षी सांसदों को मामूली आधार पर निलंबित कर दिया जाता है और विशेषाधिकार प्रस्ताव दायर किए जाते हैं। खरगे ने कहा कि हमारे माइक बंद कर दिए जाते हैं और हमारे विरोध प्रदर्शनों को कवर करने के लिए कैमरों की अनुमति नहीं दी जाती। विपक्षी नेताओं के भाषणों को संसद टीवी पर खुलेआम सेंसर कर दिया जाता है।