Parliament Monsoon Session: राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र पर साधा निशाना, कहा- सरकार नहीं चाहती संसद में चर्चा हो
Parliament Monsoon Session कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि संसद के मानसून सत्र के पांच दिन बर्बाद हो गए हैं। लेकिन सरकार सदन में चर्चा के लिए तैयार नहीं है। जबकि विपक्ष चाहता है कि संसद में सार्थक चर्चा हो।
By Achyut KumarEdited By: Updated: Mon, 25 Jul 2022 02:01 PM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Congress Leader Mallikarjun Kharge) ने सोमवार को आरोप लगाया कि 18 जुलाई को मानसून सत्र शुरू होने के बाद से सदन में कोई सार्थक चर्चा नहीं हुई और संसद के 5 दिन बर्बाद हो गए।
सदन में चर्चा के लिए तैयार नहीं है सरकार
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने एएनआई को बताया, 'सरकार ने अभी तक विपक्ष को बातचीत के लिए नहीं बुलाया है, जिससे यह स्पष्ट है कि सरकार सदन में चर्चा के लिए तैयार नहीं है। संसद के मानसून सत्र के 5 दिन बर्बाद हो गए हैं।'
देश को हो रहा नुकसान
खड़गे ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि सदन में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की कमी के कारण देश को बहुत नुकसान हो रहा है।लोकतंत्र में विश्वास करने वालों को लगा झटका
- खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र में विश्वास रखने वालों को झटका लगा है।
- सदन चलाने की जिम्मेदारी सरकार की होती है।
- सरकार को सदन चलाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए.. लेकिन, सरकार ने आज तक समस्या को हल करने के लिए एक भी बैठक नहीं बुलाई है।
सरकार नहीं चाहती 267 के तहत चर्चा हो
मल्लिकार्जुन खड़गे ने दोनों सदनों द्वारा परस्पर दृष्टिकोण अपनाने का भी सुझाव दिया और कहा, 'लोकसभा और राज्यसभा को एक साथ निर्णय लेना चाहिए और समाधान खोजने के बाद चर्चा शुरू करनी चाहिए। लेकिन सरकार जोर दे रही है कि 267 के तहत कोई चर्चा नहीं होगी।'
दोनों सदनों को लगातार करना पड़ रहा स्थगित
मानसून सत्र शुरू होने के बाद से दोनों सदनों को लगातार स्थगित करना पड़ रहा है। मानसून सत्र में ही राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का चुनाव है। राष्ट्रपति चुनाव 18 जुलाई को हुए थे, जिसके बाद एनडीए की द्रौपदी मुर्मू ने भारत के नए राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी, जबकि उपराष्ट्रपति चुनाव 6 अगस्त को होंगे।10 अगस्त को समाप्त होगा उपराष्ट्रपति का कार्यकाल
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो गया है। जबकि उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है।