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माणिक साहा आज त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद की लेंगे शपथ; पीएम मोदी, शाह भी होंगे शामिल

माणिक साहा आज यानी बुधवार को त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उन्होंने सोमवार को राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी अमित शाह जेपी नड्डा और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे।

By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Wed, 08 Mar 2023 06:00 AM (IST)
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माणिक साहा 8 मार्च को मुख्यमंत्री पद की लेंगे शपथ
अगरतला (त्रिपुरा), एएनआई। हाल ही में हुए त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत के बाद माणिक साहा बुधवार यानी आज दूसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल होंगे। मेगा कार्यक्रम अगरतला के स्वामी विवेकानंद मैदान में आयोजित किया जाएगा।

शाह-नड्डा पहुंचे अगरतला

अमित शाह और नड्डा मंगलवार को ही अगरतला पहुंच चुके हैं। महाराजा बीर बिक्रम हवाई अड्डे पर माणिक साहा ने उनका स्वागत किया। मनोनीत मुख्यमंत्री माणिक साहा ने सोमवार को राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य से मुलाकात कर पूर्वोत्तर राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया।

भाजपा विधायक दल के नेता चुने गए साहा

इससे पहले, सोमवार को भाजपा के सभी नवनिर्वाचित विधायकों की आम सभा हुई, जिसमें सर्वसम्मति से विधायक दल के नेता के लिए माणिक साहा का नाम प्रस्तावित किया गया। बैठक के बाद साहा ने ट्वीट किया, ''विधायक दल के नेता के रूप में मुझे चुनने के लिए मैं सभी का तहे दिल से आभार व्यक्त करता हूं। पीएम नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में, हम 'उन्नत त्रिपुरा, श्रेष्ठ त्रिपुरा' बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे और सभी वर्गों के लोगों का कल्याण सुनिश्चित करेंगे।" 

साहा ने शुक्रवार को राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा

माणिक साहा ने शुक्रवार को अगरतला में राजभवन में राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य को अपना इस्तीफा सौंपा। राज्यपाल ने उन्हें नई सरकार के शपथ लेने तक पद पर बने रहने को कहा। मीडिया से बात करते हुए साहा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 8 मार्च को कार्यक्रम में शामिल होंगे।

स्वामी विवेकानंद मैदान में होगा शपथ ग्रहण समारोह

साहा ने संवाददाताओं से कहा, "पिछली बार शपथ ग्रहण समारोह असम राइफल्स ग्राउंड में हुआ था और इस बार यह स्वामी विवेकानंद मैदान में होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समारोह में मौजूद रहेंगे।" उन्होंने आगे कहा कि शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी राज्य का दौरा करेंगे।

भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी होंगे शामिल

मनोनीत मुख्यमंत्री ने कहा, "शपथ ग्रहण समारोह के दौरान पार्टी के कई अन्य नेताओं के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहेंगे।" उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। 

भाजपा ने जीती 32 सीटें

भाजपा ने पूर्ण बहुमत हासिल कर राज्य की सत्ता में वापसी की है। चुनाव आयोग के अनुसार, भाजपा ने लगभग 39 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 32 सीटें जीतीं। टिपरा मोथा पार्टी 13 सीटें जीतकर दूसरे नंबर पर रही। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) को 11 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस को तीन सीटें मिलीं। इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) ने एक सीट जीतकर अपना खाता खोलने में कामयाबी हासिल की। माकपा और कांग्रेस का संयुक्त वोट शेयर लगभग 33 प्रतिशत रहा।

साहा ने कांग्रेस उम्मीदवार को 1257 मतों से हराया

मुख्यमंत्री साहा ने टाउन बोरडोवली सीट से कांग्रेस के आशीष कुमार साहा को 1,257 मतों के अंतर से हराया। 60 सदस्यीय त्रिपुरा विधानसभा में बहुमत का निशान 31 है। भाजपा ने 2018 से पहले त्रिपुरा में एक भी सीट नहीं जीती थी। वह आईपीएफटी के साथ गठबंधन करने के बाद पिछले चुनाव में सत्ता में आई। भाजपा ने 55 सीटों पर और उसकी सहयोगी आईपीएफटी ने छह सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन दोनों सहयोगियों ने गोमती जिले के अम्पीनगर निर्वाचन क्षेत्र में अपने उम्मीदवार उतारे थे। 

माकपा और कांग्रेस ने मिलाया हाथ

लेफ्ट ने क्रमश: 47 और कांग्रेस ने 13 सीटों पर चुनाव लड़ा था। कुल 47 सीटों में से सीपीएम ने 43 सीटों पर चुनाव लड़ा जबकि फॉरवर्ड ब्लॉक, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) और रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) ने एक-एक सीट पर चुनाव लड़ा। 1988 और 1993 के बीच के अंतराल को छोड़ दें, जब कांग्रेस सत्ता में थी, तो माकपा के नेतृत्व वाले वाम मोर्चे ने लगभग चार दशकों तक राज्य पर शासन किया, लेकिन इस बार भाजपा को हराने के लिए दोनों दलों ने हाथ मिला लिया।