Tripura New CM: त्रिपुरा के नए मुख्यमंत्री बने माणिक साहा, बोले-राज्य में लाएंगे पीएम मोदी का विकास मॉडल
Tripura New CM माणिक साहा ने त्रिपुरा के नए सीएम की शपथ ले ली है। बिप्लब कुमार देब के इस्तीफे के कुछ घंटे बाद 69 वर्षीय डॉ साहा को भाजपा विधायक दल के नेता के रूप में नामित किया गया था। वह त्रिपुरा के 11वें मुख्यमंत्री बने हैं।
By Mahen KhannaEdited By: Updated: Sun, 15 May 2022 03:10 PM (IST)
अगरतला, एएनआइ Tripura New CM। भाजपा नेता बिप्लब कुमार देब के त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष माणिक साहा ने राज्य के अगले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। शपथ लेने के बाद माणिक ने कहा कि हम पीएम मोदी और बीजेपी के विकास के मुद्दे को लेकर ही राज्य में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा के लोगों की समस्याओं को हल करने के साथ-साथ राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखना ही मुख्य मुद्दा होगा। साहा ने कहा कि राज्य में भाजपा के लिए कोई राजनीतिक चुनौती नहीं है। बता दें कि देब के इस्तीफे के कुछ घंटे बाद 69 वर्षीय डॉ साहा को भाजपा विधायक दल के नेता के रूप में नामित किया गया था। साहा ने त्रिपुरा के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है।
पीएम मोदी, अमित शाह ने दी बधाई
माणिक साहा के त्रिपुरा के नए मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने बधाई दी और विश्वास जताया कि वह 2018 में शुरू हुई राज्य की विकास यात्रा में जोश जोड़ेंगे। पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, "डॉ माणिक साहा को त्रिपुरा के सीएम के रूप में शपथ लेने पर बधाई। उन्हें एक सार्थक कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं।
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री ने भी मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई दी और कहा कि उनके नेतृत्व में राज्य प्रगति की नई ऊंचाइयों को छूता रहेगा। दूसरी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नए मुख्यमंत्री को शुभकामनाएं दीं और कहा कि उन्हें विश्वास है कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में और उनके दृष्टिकोण पर चलकर त्रिपुरा हमेशा के लिए बदल जाएगा।
राज्यसभा सांसद भी हैं साहा
साहा जिन्हें भाजपा ने त्रिपुरा के नए मुख्यमंत्री के रूप में चुना है वह राज्यसभा से पार्टी के सांसद भी हैं। भाजपा अपने नए सीएम से पूर्वोत्तर राज्य में बहुकोणीय मुकाबले के बीच विधानसभा चुनावों में पार्टी को जीत की ओर ले जाने की उम्मीद करेगी। इस बीच तृणमूल कांग्रेस भी एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरने की कोशिश कर रही है। वहीं अचानक हुए इस राजनीतिक उठापटक से राज्य के लोग आश्चर्यचकित हैं।
2016 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आएसाहा 2016 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। उन्हें 2020 में पार्टी प्रमुख बनाया गया और इस साल ही वे मार्च में राज्यसभा के लिए चुने गए। दूसरी और पूर्व सीएम बन चुके बिप्लब कुमार देब ने राज्य में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के 25 साल के शासन को समाप्त करते हुए 2018 में त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
इस्तीफे से पहले शाह और नड्डा से मिले बिप्लबबता दें कि अपना इस्तीफा देने से पहले बिप्लब देब ने गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। इस्तीफा देने के बाद बिप्लव ने कहा कि पार्टी सबसे ऊपर है और मैं भाजपा का निष्ठावान कार्यकर्ता हूं। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि मैंने सभी जिम्मेदारियों के साथ न्याय किया जो मुझे दी गई। बिप्लव ने कहा कि अब में राज्य में पार्टी की मजबूती के लिए काम करूंगा।
भाजपा ने एक साल में बदले 4 राज्यों के मुख्यमंत्रीआपको बता दें कि भाजपा ने पिछले एक साल के अंतर्गत 4 राज्यों मुख्यमंत्री बदले हैं। पिछले साल जुलाई 2021 में पार्टी ने तीरथ सिंह रावत को हटाकर पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड का सीएम बनाया था। तो वहीं उसी महीने कर्नाटक के सीएम बीएस येदुरप्पा को इस्तीफा दिलाकर बसव राज बोम्मई को मुख्यमंत्री बनाया। इसके बाद सितंबर में पार्टी ने विजय रूपाणी को हटाकर भूपेंद्र पटेल को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया था। और अब त्रिपुरा में यह बदलाव देखने को मिल रहा है।