Mission 2024 वर्ष 2024 के चुनावी महासंग्राम में एकजुट विपक्ष की चुनौती को स्वीकार करते हुए भाजपा ने राजग के बैनर तले 38 दलों के शामिल होने का दावा किया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि मंगलवार को राजग की बैठक में शामिल होने के लिए 38 दलों ने सहमति दे दी है और इनकी संख्या बढ़ भी सकती है।
By Jagran NewsEdited By: Mohd FaisalUpdated: Tue, 18 Jul 2023 06:31 AM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। वर्ष 2024 के चुनावी महासंग्राम में एकजुट विपक्ष की चुनौती को स्वीकार करते हुए भाजपा ने राजग के बैनर तले 38 दलों के शामिल होने का दावा किया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि मंगलवार को राजग की बैठक में शामिल होने के लिए 38 दलों ने सहमति दे दी है और इनकी संख्या बढ़ भी सकती है।
पीएम मोदी की अध्यक्षता में होगी बैठक
दरअसल, राष्ट्रीय राजधानी में एनडीए की बैठक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आज होगी। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की बैठक पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के 9 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित की जा रही है।
इससे पहले नड्डा ने विपक्षी दलों की एकता को भानुमति का कुनबा करार देते हुए राजग को स्वाभाविक गठबंधन बताया, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्णायक नेतृत्व में पिछले नौ वर्षों की जनकल्याणकारी और विकास की नीतियों को जारी रखने का पक्षधर हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के साथ-साथ अन्य वरिष्ठ नेता राजग की बैठक में शामिल रहेंगे।
नड्डा ने राजग की बैठक में आने वाली पार्टियों का विवरण नहीं दिया है, लेकिन इस संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा था कि इन पार्टियों के बारे में बैठक के दौरान पता चल जाएगा।
राजग की बैठक में कई दल होंगे शामिल
माना जा रहा है कि इसमें बिहार की हम, वीआईपी, लोजपा, रालोकपा, शिवसेना, राकांपा (अजीत पवार गुट), सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, अपना दल, निषाद पार्टी जैसे दलों के अलावा पूर्वोत्तर और दक्षिणी भारत से कई छोटे-छोटे दल शामिल हैं। विपक्षी दल एकजुट होकर लोकसभा की लगभग 450 सीटों पर साझा प्रत्याशी उतारने की तैयारी में हैं। जवाब में राजग भी विपक्ष की इस चुनौती को स्वीकार करते हुए उससे बड़ा गठबंधन बनाकर आमने-सामने की जंग को पूरी तरह तैयार है।
विपक्षी गठबंधन पर बरसे जेपी नड्डा
राजग और विपक्षी गठबंधन के बीच अंतर बताते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा, विपक्षी एकजुटता में शामिल होने जा रहे दल असल में संप्रग सरकार में शामिल रहे भ्रष्टाचारियों का टोला है, जिन्होंने 20 लाख करोड़ से अधिक की लूट की थी। ये सिर्फ स्वार्थ के लिए एक साथ इकट्ठे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन दलों के पास न नीयत है, न नीति है और न ही नेता है। इनका उद्देश्य सिर्फ सत्ता हासिल करना है, ताकि भ्रष्टाचार को जारी रख सकें।वहीं, राजग में शामिल दल सिर्फ सत्ता के लिए नहीं, बल्कि सेवा के लिए एकजुट हो रहे हैं, जो भारत को मजबूत करने के लिए और विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाना चाहती हैं।
भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति से समझौता नहीं
ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियों के सहारे पार्टियों को तोड़ने और राजग में शामिल करने के विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि भाजपा कानून के शासन में भरोसा करती है और राजग में शामिल होने के बाद भी भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई जारी रहेगी।
उन्होंने साफ किया कि मोदी सरकार पिछले नौ वर्षों में भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति पर चली है और आगे भी यह जारी रहेगा। विपक्षी नेताओं के खिलाफ ईडी और सीबीआइ के दुरुपयोग के विपक्ष के आरोपों के बारे में नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी के खिलाफ नेशनल हेराल्ड का केस तो मोदी सरकार के पहले का है, जिसमें दोनों जमानत पर हैं। नेशनल हेराल्ड केस में ईडी की मनी लांड्रिंग की जांच स्वाभाविक प्रक्रिया के तहत हुई।
विपक्षी दलों के इन नेताओं ने की बैठक में शिरकत
बता दें कि बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे, अखिलेश यादव, रामगोपाल यादव से लेकर फारूक अब्दुल्ला समेत विपक्षी खेमे के करीब 40 दिग्गज नेताओं ने चर्चा की। एनसीपी प्रमुख शरद पवार आज को बेटी सुप्रिया सुले के साथ बैठक में शामिल होंगे।