Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Monsoon Session 2022: एकनाथ शिंदे से मिले श‍िवसेना के 12 सांसद, लोकसभा में अलग गुट के रूप में चाहते हैं मान्‍यता

शिवसेना के बागी गुट की अब पार्टी पर कब्‍जे की लड़ाई तेज हो गई है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पुत्र लोकसभा सदस्य श्रीकांत शिंदे ने मंगलवार को शिवसेना संसदीय दल में फूट की चर्चा के बीच अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की।

By Arun Kumar SinghEdited By: Updated: Tue, 19 Jul 2022 04:56 PM (IST)
Hero Image
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने 12 सांसदों (शिंदे गुट) से मुलाकात की थी।

नयी दिल्ली, एजेंसियां। शिवसेना के शिंदे गुट की अब पार्टी पर कब्‍जे की लड़ाई तेज हो गई है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पुत्र लोकसभा सदस्य श्रीकांत शिंदे ने मंगलवार को शिवसेना संसदीय दल में फूट की चर्चा के बीच अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की। इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने 12 सांसदों (शिंदे गुट) से मुलाकात की थी। एकनाथ शिंदे मंगलवार को उद्धव ठाकरे खेमे द्वारा दायर 16 विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिका पर कानूनी रणनीति की समीक्षा करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में हैं। यह जानकारी समाचार एजेंसी एएनआइ और पीटीआई ने दी है।

इस घटनाक्रम में महाराष्ट्र पुलिस और केंद्र सरकार ने इन सांसदों को किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए मुंबई में उनके घरों या कार्यालयों में अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान की है। केंद्र सरकार ने इन सांसदों को Y श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की।

उधर, शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने परोक्ष रूप से एकनाथ शिंदे के गुट को 'सांप' करार दिया। सांसद राउत ने मंगलवार सुबह ट्वीट किया कि फन को कुचलने का हुनर भी सीखो। सांपों के डर से जंगल मत छोड़ो...जय महाराष्ट्र!''

कल्याण से लोकसभा सदस्य श्रीकांत शिंदे और हिंगोली से लोकसभा सदस्य हेमंत पाटिल की ओम बिरला के साथ बैठक शिवसेना नेता विनायक राउत द्वारा स्पीकर को एक पत्र देने के एक दिन बाद हुई, जिसमें उनसे प्रतिद्वंद्वी गुट को किसी भी प्रतिनिधित्व पर विचार नहीं करने के लिए कहा गया था। यह तत्काल स्पष्ट नहीं है कि शिंदे और पाटिल ने स्पीकर को कोई आवेदन दिया है या नहीं।

माना जाता है कि शिवसेना के कम से कम 12 लोकसभा सदस्य शिंदे गुट के संपर्क में थे। पार्टी के मौजूदा नेता विनायक राउत को राहुल शेवाले के साथ बदलने के इच्छुक हैं। राउत ने सोमवार रात स्पीकर को सौंपे अपने पत्र में यह स्पष्ट किया था कि वह शिवसेना संसदीय दल के 'विधिवत नियुक्त' नेता थे और राजन विचारे मुख्य सचेतक थे।