'कुछ अति-उत्साही अधिकारियों के आदेश...', कांवड़ यात्रा मार्ग को लेकर UP पुलिस के निर्देश पर क्या बोले मुख्तार अब्बास नकवी?
कांवड़ यात्रा को लेकर मुफ्फरनगर प्रशासन ने एक ऐसा निर्देश जारी किया किया है जिस पर काफी बहस हो रही है। निर्देश दिया गया है कि जिले में हर दुकानदार को अपनी दुकान पर नाम का बोर्ड लगा होगा जिससे कोई कावड़िया गलती से मुसलमान की दुकान से सामान न खरीद ले। बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने यूपी प्रशासन के इस फैसले पर टिप्पणी की है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा को लेकर विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। कांवड़ियों को यात्रा में कोई परेशानी न हो इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं।
हालांकि, मुफ्फरनगर प्रशासन ने एक ऐसा निर्देश जारी किया किया है, जिस पर काफी बहस हो रही है। निर्देश दिया गया है कि जिले में हर दुकानदार को अपनी दुकान पर नाम का बोर्ड लगा होगा, जिससे कोई कावड़िया गलती से मुसलमान की दुकान से सामान न खरीद ले।
पूर्व मंत्री ने की मुफ्फरनगर प्रशासन के फैसले की आलोचना
इस फैसले पर राजनीति भी खूब हो रही है। विपक्षी नेताओं का मानना है कि यूपी पुलिस के इस फैसले से सामाजिक भेदभाव फैलाने का खतरा है। इस बीच पूर्व मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी का सोशल मीडिया पोस्ट सामने आया है, जिसमें उन्होंने इस फैसले को लेकर अधिकारियों की आलोचना की है।मुख्तार अब्बास नकवी ने सोशल मीडिया पोस्ट एक्स पर लिखा,"कुछ अति-उत्साही अधिकारियों के आदेश हड़बड़ी में गड़बड़ी वाली अस्पृश्यता की बीमारी को बढ़ावा दे सकते हैं। आस्था का सम्मान होना ही चाहिए, पर अस्पृश्यता का संरक्षण नहीं होना चाहिए। जनम जात मत पूछिए, का जात अरु पात. रैदास पूत सब प्रभु के,कोए नहिं जात कुजात।"
नकवी का ट्रोलर्स को जवाब
मुख्तार अब्बास नकवी के पोस्ट पर कई लोगों ने टिप्पणी की। ट्रोलर्स की टिप्पणियों पर पूर्व मंत्री ने जवाब देते हुए एक और पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने एक तस्वीर शेयर की। तस्वीर में वो कांवड़ लिए नजर आ रहे हैं। पोस्ट में उन्होंने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा,"अरे ट्रोलर टट्टुओं...कांवड यात्रा के सम्मान, श्रद्धा का सर्टिफिकेट कम से कम मुझे तो मत बाटो, मेरा हमेशा मानना है कि "कोई भी आस्था असहिष्णुता,अस्पृश्यता की बन्धक नहीं होनी चाहिए।"