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बारामती में भतीजा vs भतीजा, शरद पवार ने ढूंढ ली अजित पवार की काट! उम्मीदवारों की लिस्ट में चौंकाने वाला नाम

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कुछ ही दिनों का समय रहा गया है। इसी बीच शरद पवार गुट की एनसीपी ने पार्टी के उम्मीदवारों के नामों का एलान कर दिया है। पहली लिस्ट में 45 प्रत्याशियों को टिकट दी गई है। पार्टी नेता जयंत पाटिल इस्लामपुर से चुनाव लड़ेंगे। कल यानी मंगलवार को शरद गुट की एनसीपी ने भी उम्मीदवारों की घोषणा की थी।

By Jagran News Edited By: Manish Negi Updated: Thu, 24 Oct 2024 06:43 PM (IST)
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शरद पवार गुट की पहली लिस्ट जारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए एनसीपी (शरद पवार) के उम्मीदवारों की लिस्ट भी जारी हो गई है। पार्टी ने पहली लिस्ट में 45 उम्मीदवारों के नामों का एलान किया है। पार्टी नेता जयंत पाटिल ने बुधवार शाम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उम्मीदवारों की घोषणा की।

कौन कहां-से लड़ेगा चुनाव?

जंयत पाटिल खुद इस्लामपुर विधानसभा सीट से दम दिखाएंगे। जितेंद्र अव्हाड मुंब्रा, अनिल देशमुख कटोल और रोहिणी खड़से मुक्तैनगर से चुनाव लड़ेंगी। वहीं, पार्टी नेता रोहित पवार कर्जत जामखेड़ से चुनाव लड़ेंगे। 

बारामी में अजित पवार के सामने भतीजा

शरद गुट ने बारामती सीट से युगेंद्र पवार को चुनावी मैदान में उतारा है। राज्य के डिप्टी सीएम अजित पवार भी इसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। युगेंद्र पवार शरद पवार के पोते हैं। वह अजित पवार के छोटे भाई श्रीनिवास पवार के बेटे हैं।

एनसीपी अजित गुट की लिस्ट भी आई

अजित पवार की एनसीपी ने बुधवार को अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी। पार्टी ने पहली लिस्ट में 38 उम्मीदवारों को टिकट दिया है। पार्टी अध्यक्ष अजित पवार बारामती, छगन भुजबल येओला और दिलीप वाल्से पाटिल अम्बेगांव से चुनाव लड़ेंगे।

एमवीए में सीटों का बंटवारा

विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी (एमवीए) के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है। बुधवार शाम एक संयुक्त प्रेस कान्फ्रेंस की गई। इसमें दावा किया गया कि गठबंधन के तीनों प्रमुख दलों ने सीट बंटवारे का मसला सुलझा लिया है। तीनों दल 85-85 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। 18 सीटें साथी दलों के लिए छोड़ी जाएंगी। शेष बची 15 सीटों का फैसला भी एक-दो दिनों में कर लिया जाएगा।

बता दे कि एमवीए में लंबे समय से सीटों के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था। शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस दोनों अपने लिए अधिक सीटों की मांग कर रही थीं। जबकि, एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के नेता शरद पवार शांत बैठे हुए थे। शिवसेना ने शुरू में ही संकेत दे दिए थे कि वह 120 से कम सीटों पर नहीं मानेगी, क्योंकि 2019 के विधानसभा चुनाव में वह भाजपा के साथ गठबंधन में 124 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। दूसरी ओर कांग्रेस भी हाल के लोकसभा चुनावों में मिली अपनी अच्छी सफलता को आधार बनाते हुए गठबंधन में सबसे ज्यादा सीटों पर लड़ना चाहती थी। 

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