Adani Group: NCP प्रमुख शरद पवार ने JPC की मांग को किया दरकिनार, विपक्षी एकता में दिखने लगी फूट
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सुप्रीमो शरद पवार ने अदाणी समूह की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि अडानी समूह को अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने निशाना बनाया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में शीर्ष अदालत द्वारा एक कमेटी गठित की गई है। फाइल फोटो।
नई दिल्ली, पीटीआई। अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद जिस तरह से संसद में लगातार हंगामा हुआ, अब उसी मुद्दे पर विपक्षी एकता में फूट दिख रही है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सुप्रीमो शरद पवार ने इस मामले में अदाणी समुह की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि इस मामले में किसी भी प्रकार की जांच की जरूरत नहीं है। राकंपा प्रमुख ने कहा कि पहले भी इस प्रकार के मुद्दे उठते रहे हैं, लेकिन इस बार इस मुद्दे को पहले से कहीं अधिक महत्व दिया गया।
अदाणी समूह को बनाया गया निशाना
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सुप्रीमो शरद पवार ने अदाणी समूह की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि अडानी समूह को अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने निशाना बनाया है। हालांकि, उनके इस बायन पर कांग्रेस ने किनारा करते हुए कहा कि उनकी सहयोगी राकंपा का अपना अलग विचार हो सकता है। हालांकि, 19 समान विचारधारा वाले विपक्षी पार्टियां आश्वस्त हैं कि समूह के खिलाफ आरोप वास्तविक और बहुत गंभीर हैं।
पहले से कहीं अधिक दिया गया अदाणी मुद्दे को महत्व
मालूम हो कि राकंपा प्रमुख ने एक मीडिया संस्थान को दिए साक्षात्कार में अदाणी समूह का समर्थन किया। उन्होंने समूह पर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के इर्द-गिर्द चल रही सभी प्रकार की कथाओं की आलोचना की। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान भी कई व्यक्तियों द्वारा दिए गए थे, जिसके कारण संसद में हंगामा हुआ था। हालांकि, इस बार इस मुद्दे को पहले से कहीं अधिक महत्व दिया गया। उन्होंने कहा कि जब ऐसे मुद्दे उठाए जाते हैं तो पूरे देश में हंगामा होता है और इसका खामियाजा देश की आर्थव्यवस्था को चुकानी पड़ती है।
शीर्ष अदालत द्वारा गठित कमेटी सबसे सही
उन्होंने कहा कि इस मामले में शीर्ष अदालत द्वारा एक कमेटी गठित की गई है, जो सबसे सही है। इसको कोई भी प्रभावित नहीं कर सकता है। उन्होंने कि सुप्रीम कोर्ट की कमेटी जांच करती है तो इस मामले में सच्चाई का पता आसानी से लग जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट की कमेटी इस मामले में जांच कर रही है तो इसमें जेपीसी की मांग की कोई महत्व नहीं रह जाती है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग चाहते हैं कि यह मुद्दा दो-चार माह तक चले। हालांकि, ऐसे मामले में सच सामने नहीं आएगा।
सभी विपक्षी दल एक मत- कांग्रेस
एनसीपी सुप्रीमों की इस टिप्पणी पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि राकांपा के अपने विचार हो सकते हैं, लेकिन 19 समान विचारधारा वाले विपक्षी दल आश्वस्त हैं कि अदाणी समूह का मुद्दा वास्तविक और बहुत गंभीर है। उन्होंने कहा, "राकांपा सहित सभी 20 समान विचारधारा वाले विपक्षी दल एकजुट हैं और भाजपा के हमलों से संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए एकजुट होंगे।