Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

कौन बनेगा दिल्ली का नया मुख्यमंत्री? Atishi Marlena का नाम क्यों चल रहा सबसे आगे; पढ़ें वजह

अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा कर दी। उन्होंने कि वह 17 सितंबर ( मंगलवार) को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। अब नए मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा शुरू हो गई है। इनमें Atishi Marlena सबसे ऊपर हैं। आतिशी केजरीवाल से साथ मनीष सिसोदिया की भी भरोसेमंद सहयोगी हैं। महिला होना भी उनके पक्ष में जाता है। वह सरकार में दूसरी सबसे पावरफुल मंत्री हैं।

By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Mon, 16 Sep 2024 06:00 AM (IST)
Hero Image
अरविंद केजरीवाल सीएम पद से इस्तीफा देंगे।(फोटो सोर्स: सोशल मीडिया)

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। आबकारी घोटाले से जुड़े मनी लॉड्रिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के दो दिन बाद एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा कर दी। उन्होंने कि वह 17 सितंबर ( मंगलवार) को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे।

पांच माह तक जेल में रहने के बाद रविवार को पहली बार पार्टी मुख्यालय पहुंचे केजरीवाल ने आयोजित कार्यक्रम में कहा कि मनीष सिसोदिया भी सरकार में शामिल नहीं होंगे।

भाजपा ने क्या कहा?

समय से पहले चुनाव कराने की मांग करते हुए उन्होंने कहा, दिल्ली में फरवरी में चुनाव होने हैं, मगर नवंबर में महाराष्ट्र चुनाव के साथ ही दिल्ली के भी चुनाव कराए जाएं। भाजपा ने इसे नया नाटक बताते हुए कहा,"शराब घोटाले में जेल में रहकर इस्तीफा न देकर बाहर आने के बाद त्यागपत्र देना बताता है कि केजरीवाल ने आरोपों को स्वीकार कर लिया है। जब भी चुनाव होंगे, तब केजरीवाल सरकार की विदाई तय है।"

राजनीति के जानकार आम आदमी पार्टी के संयोजक केजरीवाल के इस फैसले को हरियाणा चुनाव व भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पार्टी को हुए नुकसान को रोकने की कोशिश से जोड़ कर देख रहे हैं। केजरीवाल ने यह संदेश देने का प्रयास किया है कि उन्हें सत्ता की कोई लालसा नहीं है और वे शीर्ष पद पर लौटने से पहले जनता का फैसला चाहते हैं।

मैं ईमानदार हूं, तो मेरे पक्ष में वोट करें: केजरीवाल

पार्टी मुख्यालय पर केजरीवाल ने कहा,"अगले दो-तीन दिनों में विधायकों की बैठक होगी, जिसमें नए मुख्यमंत्री पर फैसला होगा। वह स्वयं लोगों के बीच जाएंगे और उनका समर्थन मांगेंगे। अगर दिल्लीवालों को लगता है कि मैं ईमानदार हूं, तो मेरे पक्ष में वोट दें और लगता है कि गुनाहगार हूं, तो मुझे होने वाले चुनाव में वोट ना दें। अगर जनता को लगता है कि केजरीवाल बेईमान है, तो मैं एक मिनट के लिए भी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। मैंने अपने जीवन में इज्जत और ईमानदारी के अलावा कुछ नहीं कमाया है, मेरा और मेरी पार्टी का बैंक अकाउंट खाली है।

कोर्ट के लगाए शर्तों पर क्या बोले केजरीवाल

'ये शर्तें हमारे लिए कोई अड़चन नहीं हैं'केजरीवाल बोले,"मेरे लिए कहा जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने जमानत की कुछ शर्तें लगाई हैं कि काम नहीं कर पाएंगे। पिछले 10 वर्ष में इन लोगों ने शर्तें लगाने में क्या कोई कसर छोड़ी थी? एलजी ने शर्तें लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। केंद्र सरकार ने कानून पर कानून लाकर मेरे पावर छीने, लेकिन मैंने दिल्ली के काम नहीं बंद होने दिए। ये शर्तें हमारे लिए कोई अड़चन नहीं हैं।

गैर-भाजपा मुख्यमंत्रियों को संदेश- इस्तीफा न दें, जेल से चलाएं सरकार

केजरीवाल ने कहा कि अगर गैर-भाजपा मुख्यमंत्रियों के खिलाफ झूठे केस दर्ज किए जाते हैं और उन्हें गिरफ्तार किया जाता है, तो मैं आग्रह करता हूं कि वे इस्तीफा न दें, बल्कि जेल से सरकार चलाएं। मार्च में जेल जाने से पहले केजरीवाल ने जेल से सरकार चलाने की घोषणा की थी। उनका कहना है कि उन्होंने इसे साबित भी कर दिया है।

सीएम पद के लिए आतिशी का नाम सबसे ऊपर

अब नए मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा शुरू हो गई है। इनमें शिक्षा मंत्री आतिशी सबसे ऊपर हैं। आतिशी, केजरीवाल से साथ मनीष सिसोदिया की भी भरोसेमंद सहयोगी हैं। महिला होना भी उनके पक्ष में जाता है। वह सरकार में दूसरी सबसे पावरफुल मंत्री हैं। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत का नाम भी लिया जा रहा है। कहा यह भी जा रहा कि कोई चौंकाने वाला नाम भी आ सकता है।

यह भी पढ़ें: सिसोदिया नहीं तो कौन? CM के लिए इन चेहरों पर दांव लगाकर फिर चौंका सकते हैं केजरीवाल