मोदी के मंत्रिमंडल में साउथ पर फोकस : अकेले इस राज्य से पांच को बनाया मंत्री; सौंपे वित्त समेत चार अहम मंत्रालय
9 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 72 मंत्रियों ने शपथ ली। मोदी की कैबिनेट में कुल 30 मंत्री हैं जिनमें से नौ चेहरे नए हैं। मोदी ने जिन पांच राज्यों से 13 सदस्यों को अपने मंत्रिमंडल में जगह दी है उनमें केरल कर्नाटक तमिलनाडु आंध्र प्रदेश और तेलंगाना शामिल है। वित्त और विदेश मंत्रालय के अलावा विमानन और भारी उद्योग मंत्रालय भी साउथ के सदस्यों को सौंपे हैं।
डिजिटल टीम, नई दिल्ली। भाजपा नेतृत्व एनडीए सरकार का गठन हो चुका है। 9 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 72 मंत्रियों ने शपथ ली। मोदी की कैबिनेट में कुल 30 मंत्री हैं, जिनमें से नौ चेहरे नए हैं। खास बात यह है कि प्रधानमंत्री मोदी के तीसरे कार्यकाल में साउथ पर खास फोकस है। मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में पांच दक्षिणी राज्यों के 13 चेहरों को जगह देकर 'फोकस साउथ' का स्पष्ट संदेश भी दे दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने जिन पांच राज्यों से 13 सदस्यों को अपने मंत्रिमंडल में जगह दी है, उनमें केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना शामिल है। वित्त और विदेश मंत्रालय के अलावा विमानन और भारी उद्योग मंत्रालय भी साउथ के सदस्यों को सौंपे गए हैं।
किस राज्य से कितने मंत्री?
कर्नाटक: राज्य की 28 सीटों में से 17 भाजपा ने और दो सीटें एनडीए के सहयोगी दल जेडीएस ने जीती हैं। भाजपा ने इस राज्य के पांच सांसदों को मंत्रिमंडल में जगह दी है। खास बात ये हैं कि निर्मला सीतारमण, एचडी कुमारस्वामी और प्रह्लाद जोशी को मोदी कैबिनेट का हिस्सा बनाया गया है।कर्नाटक से मंत्री
- निर्मला सीतारमण
- एचडी कुमारस्वामी
- प्रह्लाद जोशी
- शोभा करंदलाजे
- वी सोमन्ना
केरल: इस राज्य में पहली बार भाजपा का खाता खुल पाया है। 20 लोकसभा सीट में से त्रिशूर सीट पर भाजपा प्रत्याशी सुरेश गोपी ने जीत दर्ज की है। इसके बाद पीएम मोदी ने सांसद सुरेश गोपी और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जॉर्ज कुरियन को मंत्री बनाया है।
ये हैं केरल से मंत्री
- सुरेश गोपी
- जॉर्ज कुरियन
ये हैं आंध्र से मंत्री
- किंजरापू राममोहन नायडू
- सी. पेम्मासानी
- भूपतिराजू श्रीनिवास वर्मा
तेलंगाना : भाजपा ने तेलंगाना की 17 लोकसभा सीटों में से आठ सीटों पर जीत दर्ज की है और यहां के दो सांसदों -जी किशन रेड्डी और बंदी संजय कुमार को मंत्रिमंडल में जगह दी है।
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ये हैं तेलंगाना से मंत्री
- जी किशन रेड्डी
- बंदी संजय कुमार
तमिलनाडु
- एल मुरुगन
साउथ में बढ़ी एनडीए की सीटें
इस बार एनडीए को हिंदी पट्टी में जहां 54 सीटों का नुकसान हुआ है। वहीं एनडीए दक्षिण भारत की 129 सीटों में से 51 सीटों पर जीत हासिल करने में सफल रही है। जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को साउथ से सिर्फ 30 सीटें मिली थीं। हालांकि, उस वक्त जेडीएस और टीडीपी एनडीए का हिस्सा नहीं थे। यह भी पढ़ें -Modi Cabinet: पहली बार मोदी की टीम में कोई मुस्लिम चेहरा नहीं; चार ठाकुर बने मंत्री, ओबीसी, एससी-एसटी को अधिक मौकापांच राज्यों में कितना है भाजपा का वोटिंग प्रतिशत?
क्या आप जानते हैं कि कर्नाटक में पहली सबसे बड़ी और तेलंगाना में दूसरी और केरल में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी हैं भाजपा। बता दें कि केरल में भाजपा ने भले ही इस बार एक सीट जीतकर अपना खाता खोला हो, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भाजपा वोट प्रतिशत के लिहाज से राज्य की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। इस बार 35.6% वोट कांग्रेस को, 26% वोट सीपीआई (एम) और 16.68% वोट भाजपा को मिले हैं। वहीं तेलंगाना में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी भाजपा है। कर्नाटक में 46% वोट भाजपा को मिला है।- कर्नाटक में 46%
- केरल में 16.68%
- तेलंगाना में 35%
- आंध्र प्रदेश में 11.28%
- तमिलनाडु 11.24%