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जागरण महापोल: एग्जिट पोल में फिर एक बार मोदी सरकार, पढ़ें क्या है इंडी गठबंधन का हाल

Exit poll Result 2024 लोकसभा चुनाव के सात चरणों के चुनाव के बाद एग्जिट पोल के नतीजे शनिवार को आ गए हैं। एग्जिट पोल में तीसरी बार मोदी सरकार बनने जा रही है। अलग-अलग एजेंसियों के अनुमानों का औसत राजग को जहां 358 सीटों पर पहुंचा रहा है वहीं विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए की उम्मीदें 148 सीटों पर सिमटती दिख रही हैं।

By Jagran News Edited By: Manish Negi Updated: Sun, 02 Jun 2024 08:22 AM (IST)
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एग्जिट पोल में फिर एक बार मोदी सरकार

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सात चरणों में चले चुनावी संघर्ष के परिणाम भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के लिए फिर सत्ता की सुगम राह बनाते दिख रहे हैं। शनिवार को अंतिम चरण का मतदान पूरा होते ही सामने आए पुर्वानुमानों (एग्जिट पोल) के अनुसार लगातार तीसरी बार प्रचंड बहुमत के साथ मोदी सरकार बनने जा रही है। अलग-अलग एजेंसियों के अनुमानों का औसत राजग को जहां 358 सीटों पर पहुंचा रहा है, वहीं विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए की उम्मीदें 148 सीटों पर सिमटती दिख रही हैं।

दक्षिण में खिला कमल!

गुजरात, मध्य प्रदेश और दिल्ली जैसे राज्यों में अपनी यथास्थिति बनाए रखने के साथ ही यह परिणाम संकेत दे रहे हैं कि दक्षिण में भी भाजपा का कमल इस बार उम्मीदों के मुताबिक खिल सकता है। हालांकि, अंतिम तस्वीर चार जून को मतगणना के बाद ही सामने आएगी।

एनडीए का 400 पार का संकल्प

18वीं लोकसभा के लिए सजे मैदान में भाजपा इस बार खुद 370 और राजग को 400 सीटों के पार पहुंचाने के संकल्प के साथ उतरी। देशभर की कुल 543 लोकसभा सीटों के लिए सात चरणों में हुए मतदान का अंतिम चरण शनिवार को था और मतदान प्रक्रिया पूरी होते ही विभिन्न सर्वे एजेंसियों के एग्जिट पोल सामने आ गए। उससे ठीक पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर हुई बैठक में आईएनडीआईए के घटक दलों ने बैठक कर न सिर्फ एकजुटता प्रदर्शित की, बल्कि दावा भी किया विपक्षी गठबंधन बहुमत के लिए आवश्यक 272 का आंकड़ा आसानी से पार कर रहा है। हालांकि, एग्जिट पोल विपक्षी दलों की उम्मीदों पर पानी फेरते दिखाई दिए।

कई राज्यों में इंडी गठबंधन का सूपड़ा साफ

400 पार के नारे के साथ महासमर के मैदान में उतरा राजग अनुमानों में 350 का आंकड़ा पार करता दिखाई दे रहा है। यहां गौर करने वाली बात है कि 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश सहित मध्य प्रदेश (29), गुजरात (26), छत्तीसगढ़ (11), दिल्ली (7) और उत्तराखंड (5) सहित पूर्वोत्तर के राज्यों में भाजपा व राजग पिछले परिणामों को दोहराते दिख रहे हैं तो बढ़त की बड़ी वजह दक्षिण में राजग का बेहतर प्रदर्शन हो सकता है।

तमिलनाडु, केरल में भी कमल खिलने के आसार

अनुमान के आंकड़े इशारा कर रहे हैं कि जिस तमिलनाडु और केरल में कभी कमल नहीं खिला, वहां इस बार भगवा खेमे की झोली में कुछ सीटें आ सकती हैं। बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में भाजपा को रणनीति और मेहनत का फल मिल सकता है। उत्तराखंड में सभी एग्जिट पोल सभी पांचों सीटें भाजपा को मिलती दिखा रहे हैं। इस तरह राजग का औसत आंकड़ा आसानी से 350 सीटों का आंकड़ा पार करता दिख रहा है तो भाजपा अकेले भी 300 से अधिक सीटें जीतकर लगातार तीसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने की स्थिति में नजर आ रही है।

कांग्रेस को 70-75 सीटें मिलने का अनुमान

इसी तरह आईएनडीआईए की सीटों का औसत 150 के आसपास निकल रहा है, उससे साफ है कि कांग्रेस के हिस्से में 70-75 सीटें आ सकती हैं। यहां संकेत मिल रहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का विक्टिम कार्ड भी चुनावी चाल में लगभग बेअसर ही रहा है। जातिगत जनगणना, संविधान बदलने का खतरा, अग्निवीर सहित विपक्ष के लुभावने वादे भी मतदाताओं को मोदी मैजिक के असर से बाहर नहीं निकाल पाए।