Prajwal Revanna Case में नया मोड़! SIT देहव्यापार केस में फंसाने की धमकी देकर महिलाओं से बयान ले रही? JDS ने किया दावा
Prajwal Revanna Case जेडीएस नेता ने दावा किया कि एसआईटी अधिकारी पीड़ितों को धमकी दे रहे हैं कि अगर वे कांग्रेस सरकार के पक्ष में बयान नहीं देते हैं तो उन पर देहव्यापार का आरोप लगाया जाएगा। राष्ट्रीय महिला आयोग ने कर्नाटक के जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े यौन उत्पीड़न वीडियो मामले में गुरुवार को कहा कि इस मामले में शिकायतकर्ताओं में से एक महिला ने दावा किया है।
एचडी कुमारस्वामी ने लगाया SIT पर आरोप
एनसीडब्ल्यू के आरोपों से संकेत लेते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी ने गुरुवार रात विशेष जांच दल (एसआईटी) पर आरोप लगाया कि इस मामले की जांच कर रही एसआईटी ने झूठे बयान देने के लिए पीड़िताओं को देहव्यापार में फंसाने की धमकी दी है।राजस्व मंत्री से किया सवाल
जांच अधिकारी पीड़ितों के घर जा रहे हैं और उन्हें धमका रहे हैं। हमें बताइए, क्या यह सच नहीं है कि एसआईटी अधिकारी उन पर झूठे देहव्यापार के मामलों के पीड़ितों को धमका रहे हैं? क्या इस तरह से जांच की जा रही है?
मालूम हो कि कर्नाटक के राजस्व मंत्री कृष्णा बायरे गौड़ा ने यौन उत्पीड़न वीडियो कांड को दुनिया का सबसे बड़ा यौन स्कैंडल बताया था।आपने अपहृत महिला को कहां रखा है? उसे अदालत में पेश क्यों नहीं किया जा रहा है? क्या आप पीड़ितों के निजी वीडियो के वितरण का समर्थन करते हैं?
एचडी रेवन्ना को पुलिस ने किया है गिरफ्तार
हसन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते हैं। जेडीएस के विधायक एचडी रेवन्ना उनके पिता हैं, जो इसी केस की एक पीड़िता के अपहरण में कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार हुए हैं। एचडी देवगौड़ा के चार बेटे और दो बेटियां हैं। एचडी कुमारस्वामी एचडी रेवन्ना के छोटे भाई हैं। कुमारस्वामी ने कहा,प्रज्वल रेवन्ना का बचाव करने का कोई सवाल ही नहीं है। सभी को कानून का सम्मान करना चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।
गृह मंत्री ने किया SIT जांच क बचाव
इस बीच, कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने एसआईटी जांच का बचाव करते हुए कहा कि टीम कुशलता से काम कर रही है। राज्य सरकार को जेडीएस द्वारा लगाए गए सभी आरोपों का जवाब देने की जरूरत नहीं है।एसआईटी जांच कर रही है और राज्य सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। जी परमेश्वर ने कहा,यह भी पढ़ें - प्रज्वल जैसे व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए, PM मोदी ने कर्नाटक सरकार की मंशा पर उठाए गंभीर सवालमैं हर किसी को जवाब नहीं दे सकता। अगर उनके पास एसआईटी के खिलाफ कोई शिकायत है, तो उन्हें इसे दर्ज करने दें। जांच चल रही है और एक बार रिपोर्ट जमा होने के बाद, सभी विवरण उपलब्ध कराए जाएंगे। अगर पीड़ितों को वीडियो के जरिए ब्लैकमेल किया जाता है, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जाएगी।