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...जब तमिलनाडु विधानसभा में खींच ली थी जयललिता की साड़ी, निर्मला सीतारमण ने घटना का जिक्र कर DMK को सुनाया

No Confidence Motion केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए विपक्ष पर पलटवार किया है। निर्मला सीतारमण ने दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता के साथ तमिलनाडु विधानसभा में हुई एक घटना का जिक्र कर तमिलनाडु की सत्ताधारी डीएमके पर भी निशाना साथा। निर्मला ने कहा कि तमिलनाडु विधानसभा में जयललिता की साड़ी खींच ली गई थी।

By Jagran NewsEdited By: Manish NegiUpdated: Thu, 10 Aug 2023 02:54 PM (IST)
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निर्मला सीतारमण ने घटना का जिक्र कर DMK को सुनाया
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। लोकसभा में लगातार तीसरे दिन अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है। पीएम मोदी दोपहर चार बजे अविश्वास प्रस्ताव पर बोलेंगे। विपक्ष मणिपुर के मुद्दे पर मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को इस प्रस्ताव पर पर चर्चा में हिस्सा लिया। वित्त मंत्री ने इस दौरान विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया।

निर्मला सीतारमण ने साधा डीएमके पर निशाना

निर्मला सीतारमण ने तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी डीएमके पर निशाना साधा। निर्मला ने तमिलनाडु विधानसभा में दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता के साथ हुई बदसलूकी का जिक्र किया। वित्त मंत्री ने कहा कि 1989 में तमिलनाडु विधानसभा में जयललिता की साड़ी खींच ली गई थी।

निर्मला सीतारमण ने आगे कहा, 'मैं ये मानती हूं कि मणिपुर, दिल्ली, राजस्थान... कहीं भी महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा को गंभीरता से लेना होगा, लेकिन मैं इस पूरे सदन को 25 मार्च 1989 को तमिलनाडु विधानसभा में हुई एक घटना की याद दिलाना चाहती हूं।'

जयललिता उस समय सीएम नहीं बनी थीं। तमिलनाडु विधानसभा में जयललिता की साड़ी खींची गई थी। जयललिता तब नेता विपक्ष थीं। डीएमके सांसदों ने जयललिता के साथ धक्का-मुक्की की और हंसते रहे। क्या डीएमके जयललिता को भूल गई है? आप लोगों ने उनकी साड़ी खींची, उन्हें अपमानित किया। उस दिन जयललिता ने शपथ ली कि जब तक वह सीएम नहीं बनेंगी, सदन में कभी नहीं आएंगी। दो साल बाद वह विधानसभा में तमिलनाडु की सीएम के रूप में लौटीं।

कांग्रेस पर भी बरसीं निर्मला सीतारमण

वित्त मंत्री ने इससे पहले लोकसभा में कई मुद्दों को लेकर कांग्रेस पर जुबानी वार किया। वित्त मंत्री ने कहा कि देश में बनेगा, मिलेगा जैसे शब्द अब प्रचलन में नहीं हैं। आजकल लोग बन गया, मिल गया, आ गया शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि देश आज अपने भविष्य के विकास के बारे में आशावादी और सकारात्मक है।