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वक्फ बिल पर जेपीसी को मिले 1.25 करोड़ प्रतिक्रियाएं, निशिकांत दुबे बोले- ISI और चीन का दखल होने का शक

वक्फ (संशोधन) बिल पर संसदीय समिति को एक जैसी करीब 1.25 करोड़ प्रतिक्रियाएं मिली हैं। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने इस पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने मामले में अंतरराष्ट्रीय हाथ होने की आशंका जताई है। दुबे ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ और चीन की कारस्तानी होने का भी संशय जताया है। उन्होंने जगदंबिका पाल को चिट्ठी भी लिखी है।

By Agency Edited By: Manish Negi Updated: Wed, 25 Sep 2024 09:29 PM (IST)
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वक्फ बिल पर प्रतिक्रियाओं को लेकर बीजेपी सांसद ने जताई चिंता (फाइल फोटो)

पीटीआई, नई दिल्ली। वक्फ (संशोधन) बिल पर संसदीय समिति को एक जैसी करीब 1.25 करोड़ प्रतिक्रियाएं मिलने पर भाजपा सांसद और संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के सदस्य निशिकांत दुबे ने चिंता जताते हुए इस मामले में अंतरराष्ट्रीय हाथ होने की आशंका जताई है। एक समान भाषा वाले इन सुझावों के स्त्रोत पर सवाल उठाते हुए उन्होंने इसकी गृह मंत्रालय से जांच कराने की मांग की। उन्होंने भारत की संसदीय प्रणाली में विदेशी दखल देने में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ और चीन की कारस्तानी होने का भी संशय जताया है।

जगदंबिका पाल को लिखी चिट्ठी

चौथी बार लोकसभा सांसद व समिति के सदस्य निशिकांत दुबे ने समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल को लिखे एक पत्र में कहा कि जांच में यह भी जरूर देखा जाना चाहिए कि कट्टरपंथी इस्लामी प्रचारक जाकिर नाइक और भारत के खिलाफ काम कर रही विदेशी ताकतों जैसे आइएसआइ और चीन की क्या भूमिका है। यह देखने की जरूरत है कि अप्रत्याशित तादाद में आए सुझावों में से कितने देश के बाहर से आए हैं? वक्फ बोर्ड पर सवा करोड़ सुझावों की भाषा एक ही है या फिर बहुत ही मामूली अंतर है, इससे शक गहरा होता है।

चीन की एजेंसियों पर भी जताया शक

सांसद ने खासतौर पर इसमें जाकिर नाइक, जमात-ए-इस्लामी, तालिबान, पाकिस्तानी आइएसआइ और चीनी खुफिया एजेंसियों पर शक जताया है। भाजपा सांसद ने जेपीसी के अध्यक्ष से आग्रह किया कि वह गृह मंत्रालय को इन सुझावों के मूल स्त्रोतों का पता लगाने के लिए जांच कराने की अनुमति दे, ताकि पता चले कि इसमें किन कट्टरपंथी संगठनों व विदेशी ताकतों का हाथ है।

कांग्रेस ने साधा निशाना

इसी बीच, कांग्रेस प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने एआइसीसी मुख्यालय में भाजपा नेता निशिकांत दुबे के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा लोकतंत्र का मजाक बना रही है। उन्हें लोकतंत्र में विश्वास नहीं है। इतने बड़े देश में अगर डेढ़ प्रतिशत लोग अपनी राय देते हैं और भाजपा को उससे परेशानी है तो साफ है कि उन्हें लोकतंत्र पर भरोसा नहीं है।

जेपीसी तय समय में अपनी रिपोर्ट देगी : रिजिजू

अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरण रिजिजू ने वक्फ संशोधन बिल पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान पर कहा कि संयुक्त संसदीय समिति की कार्यप्रणाली पर वह टिप्पणी नहीं कर सकते हैं। उसे सशक्त बनाया गया है। किन परिस्थितियों में मेल आए हैं यह जेपीसी खुद देख लेगी और हम उसका पूरा सहयोग करेंगे।

उन्होंने यह भी बताया कि जेपीसी तय समय में ही इस संशोधन बिल पर अपनी रिपोर्ट सौंप देगी। समिति अपनी रिपोर्ट सौंपने की प्रक्रिया संसद के शीत सत्र के पहले हफ्ते के आखिरी दिन से पहले अपनी रिपोर्ट देगी। हालांकि शीत सत्र शुरू होने की तारीख की अभी घोषणा नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि इस बिल पर देश के संसदीय लोकतंत्र में विचार-विमर्श की सबसे गहन प्रक्रिया अपनाई जा रही है।