जिस BJP नेता की वजह से गई थी महुआ की सांसदी, अब उनके साथ ही करेंगी काम; कंगना और जया बच्चन भी टीम में शामिल
संचार और सूचना प्रौद्दोगिकी की स्थायी समिति गठित की गई है। इस समिति के अध्यक्ष गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) हैं। समिति में महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) भी शामिल हैं। पिछले साल अक्टूबर में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने संसद में सवाल पूछने के लिए महुआ मोइत्रा पर एक उद्दोगपति दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत लेने का आरोप था।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद की 24 स्थायी समितियों का गठन हुआ। संचार और सूचना प्रौद्दोगिकी की स्थायी समिति गठित की गई है। इस समिति के अध्यक्ष गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) हैं।
दिलचस्प बात हे कि इस समिति में महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) भी शामिल हैं। इसका मतलब है कि निशिकांत दुबे और महुआ मोइत्रा मिलकर समिति में काम करेंगी। समिति में मंडी सांसद कंगना रनौत और राज्यसभा सांसद जया बच्चन को भी शामिल किया गया है।
महुआ मोइत्रा और निशिकांत दुबे के बीच क्या था विवाद?
बता दें कि निशिकांत दुबे की वजह से ही मोहुआ मोइत्रा को पिछले साल अपनी संसदीय गंवानी पड़ी थी। 'कैश फॉर क्वेरी' मामले में महुआ को संसदीय चली गई थी। पिछले साल अक्टूबर में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने संसद में सवाल पूछने के लिए महुआ पर एक उद्दोगपति दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत लेने का आरोप था। हालांकि, इस साल हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने बंगाल के कृष्णानगर लोकसभा सीट से जीत दर्ज की थी।रक्षा समिति में शामिल हैं राहुल गांधी
वहीं, राहुल गांधी (Rahul Gandhi) रक्षा संबंधी समिति के सदस्य हैं। इस समिति में हारिस बीरन, समिक भट्टाचार्य, अजय माकन, डेरेक ओ’ब्रायन, नबाम रेबिया, नीरज शेखर, कपिल सिब्बल, जीके वासन और संजय यादव रक्षा पैनल के अन्य सदस्य हैं।
स्थायी समिति का क्या है काम?
बता दें कि संसदीय की स्थीय समिति को मिनी संसद भी कहा जाता है। समिति, विभिन्न मंत्रालयों के कामकाज पर नजर रखती हैं।यह भी पढ़ें: राहुल गांधी के खिलाफ गवाह पेश करने के लिए एक और मौका