Move to Jagran APP

100 बार मोदी प्रधानमंत्री बनें... मणिपुर हिंसा को लेकर अधीर रंजन चौधरी के बयान पर संसद में हंगामा

लोकसभा में पीएम मोदी की मौजूदगी में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा पहले अविश्वास प्रस्ताव लाने का विचार नहीं था। लेकिन पीएम को सदन में लाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। उन्होंने आगे कहा हम चाहते थे कि पीएम मोदी मणिपुर पर बयान दें। अधीर रंजन चौधरी ने आगे सवाल उठाया कि मणिपुर के सांसदों को बोलने क्यों नहीं दिया गया।

By AgencyEdited By: Piyush KumarUpdated: Thu, 10 Aug 2023 03:31 PM (IST)
Hero Image
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने संसद में मोदी सरकार पर निशाना साधा।(फोटो सोर्स: एएआई)
नई दिल्ली,एएनआई। एनडीए सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर हो रही चर्चा पर जवाब देने के लिए पीएम मोदी लोकसभा पहुंचे। लोकसभा में पीएम मोदी की मौजूदगी में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, "पहले अविश्वास प्रस्ताव लाने का विचार नहीं था। लेकिन, पीएम को सदन में लाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। 

मणिपुर पर बयान दें पीएम मोदी: अधीर रंजन चौधरी

उन्होंने आगे कहा," हम चाहते थे कि पीएम मोदी मणिपुर पर बयान दें। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने आगे कहा, "जब धृतराष्ट्र अंधे थे, तब द्रौपदी का वस्त्र हरण हुआ था, आज भी राजा अंधे बैठे हैं...मणिपुर और हस्तिनापुर में कोई फर्क नहीं है।"

मणिपुर हिंसा पर अधीर रंजन चौधरी ने सरकार को घेरा

अधीर रंजन चौधरी ने आगे सवाल उठाया कि मणिपुर के सांसदों को बोलने क्यों नहीं दिया गया। वहीं, उन्होंने सवाल उठाया कि मणिपुर में बफर जोन क्यों बनाया गया। बफर जोन बनाने का मतलब है कि आपने मणिपुर को बांट दिया।

अधीर रंजन चौधरी की प्रतिक्रिया पर भाजपा सांसदों द्वारा आपत्ति जाहिर की गई। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री पद का सम्मान किया जाना चाहिए और कांग्रेस नेता को अपनी बात के लिए माफी मांगनी चाहिए।

मणिपर हिंसा को लेकर मानसून सत्र में खूब हुआ हंगामा  

20 जुलाई को मानसून सत्र की शुरुआत के बाद से संसद में मणिपुर में हिंसा सहित कई मुद्दों पर गतिरोध देखा जा रहा है। विपक्षी नेता संसद में प्रधानमंत्री के बयान सहित इस मुद्दे पर पूर्ण चर्चा की मांग कर रहे हैं। विपक्षी नेताओं के भारी हंगामे के बीच दोनों सदनों - लोकसभा और राज्यसभा - को कई बार स्थगित करना पड़ा। मणिपुर में 3 मई से दो जनजातीय समुदायों मेइती और कुकी के बीच जातीय संघर्ष चल रहा है।