Move to Jagran APP

Odisha Train Accident: क्या ये भी 'एक्ट ऑफ गॉड' है? प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्र सरकार पर कसा तंज

ओडिशा के बालेश्वर ट्रेन दुर्घटना को लेकर सियासत तेज हो गई है। उद्धव गुट की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही 288 लोगों की मौत के मामले को एक्ट ऑफ गॉड करार दे दिया जाएगा।

By Jagran NewsEdited By: Mohd FaisalUpdated: Sun, 04 Jun 2023 08:01 AM (IST)
Hero Image
Odisha Train Accident: बालेश्वर ट्रेन हादसे पर सियासत, प्रियंका चतुर्वेदी ने उठाए सवाल (फाइल फोटो)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Odisha Train Accident: ओडिशा के बालेश्वर में शुक्रवार को हुए भीषण रेल हादसे में मृतकों की संख्या 288 तक पहुंच गई है, जबकि घायलों की संख्या भी बढ़कर 1100 से ज्यादा हो गई है। इनमें से कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। हालांकि, इस दुर्घटना को लेकर सियासत भी तेज हो गई है। उद्धव गुट की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।

प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट कर उठाए सवाल

प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट कर लिखा कि, 'कुछ लोगों के मुताबिक एक मंत्री के रूप में उन्हें इस्तीफा नहीं देना चाहिए क्योंकि संकट के इस वक्त में उनकी बहुत जरूरत है। उसी तर्क से इस क्षेत्र को संभालने वाले किसी भी वरिष्ठ रेलवे अधिकारी को इस्तीफा नहीं देना चाहिए क्योंकि उनका इनपुट महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अगर हम एक तर्क के रूप में निरंतरता का हवाला देते रहे तो केवल जूनियर स्तर के कर्मचारियों को जवाबदेही के लिए दंडित किया जाएगा। जल्द ही 288 लोगों की मौत के मामले को एक्ट ऑफ गॉड करार दे दिया जाएगा।'

रेल मंत्री और ममता बनर्जी के बीच हुई थी बहस

इससे पहले ममता बनर्जी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की घटनास्थल पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मौतों के आंकड़े को लेकर बहस हुई हो गई थी। ममता बनर्जी ने कहा था कि मौतों का आंकड़ा 500 तक पहुंच गया है। इस पर रेल मंत्री ने उन्हें टोकते हुए ममता बनर्जी के दावे को खारिज कर दिया। रेल मंत्री ने कहा था कि अभी तक 238 मौतें हुई हैं।

ममता बनर्जी ने जताया हादसे पर दुख

ममता बनर्जी ने घटनास्थल का दौरा करते हुए इस रेल दुर्घटना को दुखद बताया था। उन्होंने कहा था कि यह अब तक का सबसे बड़ा रेल हादसा है। ऐसा ही हादसा 1981 में भी हुआ था। इस ट्रेन में एंटी कोलिशन डिवाइस नहीं था, अगर वह होता तो यह हादसा नहीं होता।