पन्नीरसेल्वम का दावा- ओपीएस गुट AIADMK के दो पत्ती वाले चुनाव चिह्न पर लड़ेगा इरोड उपचुनाव
पन्नीरसेल्वम ने दावा किया कि उनका गुट इरोड पूर्व विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में अन्नाद्रमुक के दो-पत्तियों वाले चिह्न चुनाव लड़ेगा। उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक की दो पत्ती वाले चुनाव चिह्न पर मेरा पूरा अधिकार है क्योंकि मैं पार्टी का समन्वयक हूं। (ANI फाइल फोटो)
By AgencyEdited By: Mahen KhannaUpdated: Sat, 21 Jan 2023 12:15 PM (IST)
चेन्नई, एजेंसी। तमिलनाडु में फरवरी को होने वाले इरोड (पूर्व) विधानसभा उपचुनाव से पहले हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला है। ओ पन्नीरसेल्वम (ओपीएस) ने शनिवार को बड़ा दावा करते हुए कहा है कि उनका गुट अन्नाद्रमुक के दो-पत्तियों वाले चिह्न पर चुनाव लड़ेगा। ओपीएस ने यहां मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, अन्नाद्रमुक का ओ पन्नीरसेल्वम गुट इरोड पूर्व विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक की दो पत्ती वाले चुनाव चिह्न पर मेरा पूरा अधिकार है क्योंकि मैं पार्टी का समन्वयक हूं।
पनालानिस्वामी की नियुक्ति पर बवाल
अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) की 11 जुलाई को आम परिषद की बैठक हुई थी। इसमें ई पलानीस्वामी (ईपीएस) को पार्टी का अंतरिम महासचिव चुना गया है। हालांकि, चुनाव आयोग ने अभी तक AIADMK की 11 जुलाई की आम परिषद की बैठक की पुष्टि नहीं की है। इस बैठक में दोहरे नेतृत्व के फार्मूले को खत्म कर दिया गया और एडप्पादी के पलानीस्वामी को अंतरिम महासचिव नियुक्त किया था। चुनाव एजेंसी के रिकॉर्ड अभी भी निष्कासित नेता ओ पन्नीरसेल्वम को समन्वयक और ईपीएस को संयुक्त समन्वयक के रूप में दिखाते हैं। हालांकि, पार्टी की आम सभा की बैठक में अंतरिम महासचिव के रूप में एडप्पादी के पनालानिस्वामी की नियुक्ति से संबंधित मामला सुप्रीम कोर्ट के समक्ष है और आदेश सुरक्षित रखा गया है।
27 फरवरी को उपचुनाव, 2 मार्च को होगी वोटों की गिनती
चुनाव आयोग ने बुधवार को घोषणा की है कि तमिलनाडु में इरोड (पूर्व) निर्वाचन क्षेत्र में 27 फरवरी को उपचुनाव होंगे। वोटों की गिनती 2 मार्च को की जाएगी। नामांकन दाखिल करना 31 जनवरी से शुरू होगा और 7 फरवरी को समाप्त होगा।सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग में लंबित है पार्टी नेतृत्व का मामला
दो पत्तियों के प्रतीक के बारे में बात करते हुए ओपीएस ने कहा कि वह इस चुनाव चिह्न को हासिल करने के लिए बी-फॉर्म पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार हैं। पार्टी के नेतृत्व का मामला अब सुप्रीम कोर्ट और भारत के चुनाव आयोग के समक्ष लंबित है। AIADMK के आधिकारिक उम्मीदवार को दो पत्तियों का प्रतीक तब तक नहीं मिलेगा, जब तक कि ओपीएस और ईपीएस बी-फॉर्म पर हस्ताक्षर नहीं करते।