Parliament Monsoon Session: राज्यसभा में दिन भर चला हंगामा, मांग ठुकराई जाने पर विपक्ष ने किया बायकॉट
मणिपुर पर राजनीति थम ही नहीं रही है। दो दिन पहले राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बार-बार दोहराया था कि 11 अगस्त को राज्यसभा में मणिपुर पर पूरी चर्चा कर लें लेकिन बुधवार को सदन में फिर से विपक्ष की ओर से चर्चा का मुद्दा उठा और वह भी एक नियम 267 के तहत जिसमें वोटिंग का प्रावधान होता है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। मणिपुर पर राजनीति थम ही नहीं रही है। दो दिन पहले राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बार बार दोहराया था कि 11 अगस्त को राज्यसभा में मणिपुर पर पूरी चर्चा कर लें।
राज्यसभा में दिनभर हंगामा
उससे पहले लोकसभा में चल रहे अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के कारण वह हिस्सा नहीं ले सकेंगे, लेकिन बुधवार को सदन में फिर से विपक्ष की ओर से चर्चा का मुद्दा उठा और वह भी एक नियम 267 के तहत जिसमें वोटिंग का प्रावधान होता है।
अपनी मांग पर अड़ा रहा विपक्ष
अपनी मांग पर अड़े विपक्ष की मांग जब नहीं मानी गई तो उसने सदन का बायकाट कर दिया। वहीं, सत्तापक्ष ने आरोप लगाया कि विपक्ष केवल राजनीति कर रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से सभापति ने पूछा कि आखिर वह तब तक वह एक ही मुद्दे को उठाते रहेंगे। जब उन्होंने इस मामले में फैसले ले लिया है, तो फिर इसे क्यों उठाया जा रहा है।
इस पर खरगे ने कहा कि जब तब आपका दिल नहीं जीत लेंगे और आप उनकी मांग नहीं मान लेंगे। आपके एक इशारे पीएम सदन में आ जाएंगे और चर्चा भी शुरू हो जाएगी।
सभापति ने खरगे की ली चुटकी
इस पर सभापति ने भी चुटकी ली और कहा कि मेरे इशारे पर न सत्ता पक्ष करता है न ही विपक्ष काम करता है। मैं तो सिर्फ अपनी शपथ के हिसाब से काम करता हूं। पीयूष गोयल ने कहा कि वह चर्चा के लिए तुरंत तैयार है। गृहमंत्री जी ने इसका एलान भी किया है, लेकिन हकीकत यह है कि विपक्ष इस मामले पर चर्चा नहीं बल्कि राजनीति करना चाहता है। यही वजह है कि वह चर्चा को नियमों के दायरे में बांध रहा है। जिसकी कोई जरूरत नहीं है।