'हम इसरो को क्या कहेंगे', BHARAT को लेकर खरगे ने सुनाई कविता तो अधीर रंजन चौधरी ने BJP पर कुछ यूं कसा तंज
संसद के विशेष सत्र में पुराने संसद भवन का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहाआज इस (पुराने) संसद भवन से बाहर निकलना हम सभी के लिए वास्तव में एक भावनात्मक क्षण है। हम सभी अपनी पुरानी इमारत को अलविदा कहने के लिए यहां मौजूद हैं। पंडित नेहरू ने कहा था उन्होंने कहा कि संसदीय लोकतंत्र कई गुणों की मांग करता है।
By Jagran NewsEdited By: Piyush KumarUpdated: Mon, 18 Sep 2023 02:27 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। संसद के विशेष सत्र का आज पहला दिन है। विशेष सत्र के दौरान सबसे पहले पीएम मोदी ने लोकसभा से देश को संबोधित किया। पीएम मोदी का भाषण पुराने संसद भवन के स्वर्णिम पर केंद्रित था। उन्होंने आजादी के बाद से लेकर अबतक संसद में घटित महत्वपूर्ण मुद्दों का जिक्र किया। पीएम मोदी के भाषण के बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने विपक्ष की ओर से प्रतिक्रिया दी।
कांग्रेस नेता ने पंडित नेहरू को किया याद
पुराने संसद भवन का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा,"आज इस (पुराने) संसद भवन से बाहर निकलना हम सभी के लिए वास्तव में एक भावनात्मक क्षण है। हम सभी अपनी पुरानी इमारत को अलविदा कहने के लिए यहां मौजूद हैं। पंडित नेहरू ने कहा था उन्होंने कहा कि संसदीय लोकतंत्र कई गुणों की मांग करता है, यह क्षमता, कार्य के प्रति समर्पण और आत्म-अनुशासन की मांग करता है।
हालांकि, उन्हें (पंडित नेहरू) संसद में भारी बहुमत प्राप्त था, लेकिन वह विपक्ष की आवाज सुनने में अथक थे और कभी भी उनका मजाक नहीं उड़ाया। वहीं, वो सवालों का सटीक जवाब देते। यहां तक कि जवाहरलाल नेहरू जब संसद में भाषण देते समय अपनी समय सीमा पार कर जाते थे तो उनके लिए स्पीकर की घंटी बजती थी, इससे पता चलता है कि कोई भी संसद के अपमान से परे नहीं है, यह संसदीय लोकतंत्र के विकास में नेहरू का योगदान था।"
जवाहर लाल नेहरू जी के साथ ही संविधान सभा के हर सदस्य ने यह शपथ ली थी कि हम देश को आगे बढ़ाएंगे।
नेहरू जी की दूरदर्शिता और विक्रम साराभाई की अगुवाई में ISRO बना। 1975 में देश ने आर्यभट्ट सैटलाइट लॉन्च किया।
लेकिन आज 'भारत' और 'INDIA' जैसी तरह-तरह की बातें लाई जा रहीं हैं।… pic.twitter.com/oB7xWzOoVC
— Congress (@INCIndia) September 18, 2023
चंद्रयान का जिक्र करते हुए काग्रेस नेता ने कहा,"चंद्रयान को लेकर चर्चा चल रही थी, मैं कहना चाहता हूं कि 1946 में जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में परमाणु अनुसंधान समिति का गठन किया गया था। वहीं से हम आगे बढ़े और 1964 में इसरो का विकास किया।
भारत बनाम इंडिया पर कांग्रेस नेता ने क्या कहा
अधीर रंजन चौधरी ने इंडिया की जगह भारत नाम के इस्तेमाल को लेकर सरकार को घेरते हुए कहा कि आज हम इसरो को क्या कहेंगे, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन नहीं तो क्या कहेंगे? ये भारत, इंडिया का मुद्दा कहां से उठ गया है?"खरगे ने कविता के जरिए सरकार पर साधा निशाना
वहीं, राज्यसभा में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा एक कविता सुनाई। कविता कुछ कुछ इस प्रकार है।
बदलना है तो अब हालात बदलो ऐसे नाम बदलने से क्या होता है?देना है तो युवाओं को रोजगार दो बिजनेस बिजनेस करके क्या होता है?दिल को थोड़ा बड़ा करके देखो लोगों को मारना से होता क्या है?कुछ कर नहीं सकते तो कुर्सी छोड़ दो-बाट खरीदने से क्या होती है बात?अपनी हुक्मरानी पर सशस्त्र गुरु लोगों को डराने-धमकाने से क्या होता है?