Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

'PoK हमारा है और इसे हमसे कोई नहीं छीन सकता', विपक्ष को अमित शाह की दो टूक- अभी भी सुधर जाओ नहीं तो साफ हो जाओगे

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम बिल को पेश किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने इस विधेयक के पीछे की मंशा को बरकरार रखा है। उन्होंने कहा कि कहा कि भारत के राष्ट्रपति द्वारा शक्ति का प्रयोग दुर्भावनापूर्ण नहीं है इसे सुप्रीम कोर्ट ने होल्ड कर दिया है।

By Jagran NewsEdited By: Sonu GuptaUpdated: Mon, 11 Dec 2023 08:19 PM (IST)
Hero Image
आज का दिन ऐतिहासिकः अमित शाह। फोटोः एएनआई।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Parliament Winter Session: संसद के शीतकालीन सत्र 2023 का आज छठा दिन है। वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम बिल को पेश किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने इस विधेयक के पीछे की मंशा को बरकरार रखा है। उन्होंने आगे कहा कि सदन से आज ये विधेयक पारित हो जाएगा और यह जम्मू-कश्मीर और भारत के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा।

जमू कश्मीर के संविधान का नहीं रहा अस्तित्व

उन्होंने 370 और 35ए पर बोलते हुए कहा कि भारत के राष्ट्रपति द्वारा शक्ति का प्रयोग दुर्भावनापूर्ण नहीं है, इसे सुप्रीम कोर्ट ने होल्ड कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने ये भी होल्ड कर दिया है कि धारा-370 समाप्त हो चुकी है, इसलिए जम्मू कश्मीर के संविधान का कोई अस्तित्व नहीं रह गया है।

भारतीय संविधान में एक अस्थायी प्रावधान था अनुच्छेद 370

उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने आज के अपने फैसले में पुष्टि कर दी है कि अनुच्छेद 370 भारतीय संविधान में एक अस्थायी प्रावधान था। उन्होंने आगे कहा कि जो कोई भी यह कहता है कि Article 370 स्थायी है, वह संविधान का अपमान कर रहा है।

अमित शाह ने कांग्रेस पर बोला हमला

अमित शाह ने इस दौरान कांग्रेस पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस पार्टी ने प्रेस की और कहा कि Article 370  को गलत तरीके से हटाया गया है।

देश की संसद के दोनों सदनों ने राष्ट्रपति को अनुमोदन दिया कि कानून पारित हो गया। इसके बाद कानून बनने का नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया, जिसके बाद किसी ने सुप्रीम कोर्ट में इस कानून को चैलेंज कर दिया। वहीं, सुप्रीम कोर्ट में इस पर बहस करने के लिए पांच जजों की बेंच बनी और आज इस पर फैसला भी आ गया। हालांकि, कोर्ट के फैसले के बाद भी कांग्रेस पार्टी कह रही है कि हम इसको नहीं मानते हैं और हम मानते हैं कि अनुच्छेद- 370 को गलत तरीके से हटाया गया है। 

यह भी पढ़ेंः Article 370 Verdict: 'नया जम्मू-कश्मीर...' अनुच्छेद 370 व 35A पर राजनीति हमेशा के लिए खत्म 

PoK हमारा है और इसे हमसे कोई नहीं छीन सकताः शाह

उन्होंने कहा कि जम्मू में पहले 37 सीट थी, जिसको अब नए डिलिमिटेशन कमीशन ने 43 सीट कर दी है। कश्मीर में 46 सीट थी अब 47 कर दी है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में पहले 83 सीट थी, जो अब बढ़ाकर 90 सीट कर दी है और इसको भारत सरकार ने भी मान लिया है। उन्होंने कहा कि गुलाम कश्मीर यानी PoK ​की 24 सीटों को आरक्षित रखा गया है क्योंकि PoK हमारा है और इसे हमसे कोई नहीं छीन सकता।

अनुच्छेद-370 से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को मिला बढ़ावा

उन्होंने कहा कि अनुच्छेद-370 ने जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा दिया और अलगाववाद के कारण आतंकवाद को बढ़ावा मिला। एक गलत फैसला हो सकता है लेकिन जब इतिहास और समय यह साबित कर दे कि वह फैसला गलत है तो राष्ट्रहित की ओर लौटना चाहिए।

2024 में नरेंद्र मोदी बनेंगे फिर से पीएमः अमित शाह

उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि मैं अब भी कह रहा हूं कि आप राष्ट्रहित की ओर लौट आओ नहीं तो सदन में आपके चुने गए जितने भी सांसद बचे हैं वह भी नहीं रहेंगे। अगर आप आज भी इस फैसले पर कायम रहना चाहते हैं तो जनता देख रही है। 2024 में मुकाबला होगा और नरेंद्र मोदी तीसरी बार पीएम बनेंगे।

...तो पहले ही पीओके में फहर जाता तिरंगा

उन्होंने कश्मीर को भारत में विलय करने में देरी पर बोलते हुए कहा कि सभी जानते हैं कि कश्मीर के विलय में इसलिए देरी हुई थी क्योंकि शेख अब्दुल्ला को विशेष स्थान देने का आग्रह था और इस कारण विलय में देरी हुई और पाकिस्तान को आक्रमण करने का मौका मिला। अगर असमय सीजफायर नहीं होता, तो आज PoK नहीं होता। हमारी सेना जीत रही थी वो भाग रहे थे। जवाहरलाल नेहरू दो दिन और रुक जाते तो पूरा PoK तिरंगे के तले आ जाता।