Petrol Price: पेट्रोल कीमतों पर बढ़ी राजनीति, DMK के वादों पर हरदीप पुरी का जबरदस्त तंज
हरदीप पुरी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक लंबा सा बयान डाला है। द्रमुक पार्टी के वादे को स्पष्ट तौर पर धोखाधड़ी की संज्ञा देते हुए कहा कि 15 मार्च 2024 को तमिलनाडु में पेट्रोल की खुदरी कीमत 100.75 रुपये प्रति लीटर और डीजल की 92.34 रुपये प्रति लीटर थी। जबकि भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में पेट्रोल 94.65 रुपये और डीजल 87.76 रुपये प्रति लीटर है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। आम चुनाव में पेट्रो उत्पादों की कीमतों को लेकर वादे होने लगे हैं और इस पर भाजपा व विपक्षी दलों के बीच राजनीति भी मुखर होने लगी है। चुनाव की घोषणा से पहले ही केंद्र सरकार ने पेट्रोल व डीजल कीमत में दो रुपये प्रति लीटर की कटौती करके विपक्षी दलों के हाथ से एक मुद्दा छीनने की कोशिश की थी।
अब विपक्षी दलों के गठबंधन आइएनडीआइए के प्रमुख दल द्रमुक ने बुधवार को जारी अपने चुनावी घोषणा-पत्र केंद्र में सरकार बनाने की स्थिति में पेट्रोल की कीमतों को घटा कर 75 रुपये और डीजल की कीमत को 65 रुपये प्रति लीटर करने का वादा किया है। इस पर केंद्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने द्रमुक के मैनिफैस्टो को काल्पनिक और पेट्रो कीमतें कम करने के वादे को, 'स्टैंड अप कमेडी' के लिए मुद्दा करार करते हुए तंज कसा है कि तमिलनाडु में द्रमुक सरकार ने पेट्रोल व डीजल पर स्थानीय शुल्क में कटौती कर आम जनता को राहत क्यों नहीं दी।
पुरी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक लंबा सा बयान डाला है। द्रमुक पार्टी के वादे को स्पष्ट तौर पर धोखाधड़ी की संज्ञा देते हुए कहा कि 15 मार्च 2024 को तमिलनाडु में पेट्रोल की खुदरी कीमत 100.75 रुपये प्रति लीटर और डीजल की 92.34 रुपये प्रति लीटर थी। जबकि भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में पेट्रोल 94.65 रुपये और डीजल 87.76 रुपये प्रति लीटर है। गुजरात राज्य में इन दोनों उत्पादों की कीमतें क्रमश: 94.65 रुपये प्रति लीटर व 90.32 रुपये प्रति लीटर है। द्रमुक शासित राज्य और भाजपा शासित राज्यों में पेट्रोल व डीजल कीमतों में अंतर चुनावी घोषणापत्र की हकीकत बता देता है।
आम जनता को शुल्क में कमी करके द्रमुक राहत दे सकती थी लेकिन वह पूरी तरह से असफल रही है। द्रमुक गंभीर होती तो वह नवंबर 2021 और मई 2022 में जब केंद्र सरकार ने पेट्रोल व डीजल पर उत्पाद शुल्क घटाये थे तब वह भी राज्य सरकार की तरफ से लागू वैट की दरों में कमी कर सकती थी। पुरी ने आगे कहा है कि पिछले तीन वर्षों में तमिनलाडु राज्य सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों पर स्थानीय शुल्क लगा कर क्रमश: 20,586 करोड़ रुपये, 24,309 करोड़ रुपये और 17,861 करोड़ रुपये की वसूली की है।