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Chintan Shivir: 'केंद्रीय जांच एजेंसियों का सहयोग करें राज्य,' चिंतन शिविर में बोले पीएम मोदी

हरियाणा के फरीदाबाद जिले में हुए सभी राज्यों के गृहमंत्रियों के चिंतन शिविर को पीएम नरेन्द्र मोदी ने संबोधित किया। आने वाले 25 वर्ष देश में एक अमृत पीढ़ी के निर्माण के हैं। ये अमृत पीढ़ी पंच प्राणों के संकल्पों को धारण करके निर्मित होगी।

By Manish NegiEdited By: Updated: Fri, 28 Oct 2022 10:45 AM (IST)
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PM Modi Chintan Shivir को संबोधित कर रहे हैं
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Chintan Shivir पीएम नरेन्द्र मोदी ने हरियाणा के फरीदाबाद जिले में राज्यों के गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर को संबोधित किया। पीएम ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कहा कि आजकल देश में उत्सव का माहौल है। ओणम, दशहरा, दुर्गापूजा और दीपावली सहित अनेक उत्सव शांति और सौहार्द्र के साथ देशवासियों ने मनाए हैं। अभी छठ पूजा सहित कई अन्य त्योहार भी हैं। विभिन्न चुनौतियों के बीच इन त्योहारों में देश की एकता का सशक्त होना आपकी तैयारियों का भी प्रतिबिंब है। मोदी ने कहा कि कानून और व्यवस्था राज्यों की जिम्मेदारी है, लेकिन ये राष्ट्र की एकता और अखंडता से भी जुड़े हुए हैं।

एक-दूसरे से सीख सकते हैं राज्य- मोदी

पीएम ने कहा कि सूरजकुंड में गृह मंत्रियों का यह चिंतन शिविर सहकारी संघवाद का एक बेहतर उदाहरण है। राज्य एक-दूसरे से सीख सकते हैं, एक-दूसरे से प्रेरणा ले सकते हैं और देश की बेहतरी के लिए मिलकर काम कर सकते हैं। यह संविधान की भावना है और हमारे नागरिकों के प्रति हमारा कर्तव्य है।

'अगले 25 साल अमृत पीढ़ी के निर्माण के'

पीएम ने आगे कहा कि आजादी का अमृतकाल हमारे सामने हैं। आने वाले 25 वर्ष देश में एक अमृत पीढ़ी के निर्माण के हैं। ये अमृत पीढ़ी 'पंच प्राणों' के संकल्पों को धारण करके निर्मित होगी। विकसित भारत का निर्माण, गुलामी की हर सोच से मुक्ति, विरासत पर गर्व, एकता और एकजुटता, और नागरिक कर्तव्य... इन पंच प्राणों का महत्व आप सभी भली-भांति जानते हैं, समझते हैं। ये एक विराट संकल्प है, जिसको सिर्फ और सिर्फ सबके प्रयास से ही सिद्ध किया जा सकता है।

मोदी ने कहा कि देश की बेहतरी के लिए काम करना संविधान की भी भावना है और देशवासियों के प्रति हमारा दायित्व है। जब देश का सामर्थ्य बढ़ेगा तो देश के हर नागरिक, हर परिवार का सामर्थ्य बढ़ेगा। यही तो सुशासन है, जिसका लाभ देश के हर राज्य को समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक पहुंचाना है। इसमें आप सभी की बहुत बड़ी भूमिका है।

'जांच एजेंसियों को सहयोग दें राज्य'

पीएम ने राज्य सरकारों से केंद्रीय जांच एजेंसियों का सहयोग करने की अपील भी की। मोदी ने कहा कि कई बार केंद्रीय एजेंसियों को कई राज्यों में एक साथ जांच करनी पड़ती है, दूसरे देशों में भी जाना पड़ता है। इसलिए हर राज्य का दायित्व है कि चाहे राज्य की एजेंसी हो, चाहे केंद्र की एजेंसी हो, सभी एजेंसियों को एक-दूसरे को पूरा सहयोग देना चाहिए।

एनडीआरएफ के लिए देशवासियों के मन में सम्मान

मोदी ने कहा कि आज एनडीआरएफ के लिए देशवासियों के मन में काफी सम्मान है। आपदा के समय जैसे ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम पहुंचती है, वैसे ही लोगों को संतोष होने लगता है कि अब एक्सपर्ट पहुंच गए हैं, अब ये अपना काम कर लेंगे। उन्होंने कहा कि अपराध वाली किसी भी जगह पर जैसे ही पुलिस पहुंचती है, लोगों में ये भाव आता है कि सरकार पहुंच गई। कोरोना काल में भी हमने देखा कि किस तरह पुलिस की साख बेहतर हुई थी।

नई टेक्नोलॉजी पर काम करते रहना होगा

पीएम ने कहा कि साइबर क्राइम हो या फिर ड्रोन टेक्नोलॉजी का हथियारों और ड्रग्स तस्करी में उपयोग, इनके लिए हमें नई टेक्नोलॉजी पर काम करते रहना होगा। स्मार्ट टेक्नोलॉजी से कानून-व्यवस्था को स्मार्ट बना पाना संभव होगा। बीते वर्षों में भारत सरकार के स्तर पर कानून व्यवस्था से जुड़े सुधार हुए हैं, जिसने पूरे देश में शांति का वातावरण बनाने का काम किया है। बीते वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कानूनों ने भी देश में कानून व्यवस्था को मजबूत किया है। आतंकवाद हो, हवाला नेटवर्क हो, भ्रष्टाचार हो, इस पर देश ने अभूतपूर्व शक्ति दिखाई है। लोगों में विश्वास पनपने लगा है।

देश विरोधी ताकतों के खिलाफ करेंगे सख्त कार्रवाई

मोदी ने ये भी कहा कि हमें देश विरोधी ताकतों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करनी होगी। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को बनाए रखना, 24 घंटे वाला काम है, लेकिन किसी भी काम में ये भी आवश्यक है कि हम निरंतर प्रक्रियाओं में सुधार करते चलें, उन्हें आधुनिक बनाते चलें।

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