PM Modi In Rajya Sabha: अभी तो 10 साल ही हुए हैं...पेपरलीक मामले से मणिपुर तक PM मोदी की खरी-खरी; विपक्ष का वॉकआउट
PM Modi Speech प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा के बाद बुधवार को राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने पिछले 10 साल के विकास कार्यों का जिक्र किया। साथ ही मणिपुर जम्मू कश्मीर की स्थिति से लेकर पेपरलीक के मुद्दे तक अपना पक्ष रखा और विपक्ष पर जमकर प्रहार किया। जानिए उनके भाषण की 10 बड़ी बातें।
PM Modi Speech in Rajya sabha: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव पर आज राज्यसभा में जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने मणिपुर से लेकर पेपरलीक तक और संदेशखाली से लेकर नॉर्थ ईस्ट तक, हर मुद्दे पर संबोधन दिया और विपक्ष पर जमकर प्रहार किया। इससे पहले उन्होंने कल लोकसभा में भी संबोधन दिया था। राज्यसभा में संबोधन के दौरान उन्होंने कौनसी 10 बड़ी बातें कहीं, यहां जानिए।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिुपर के मुद्दे पर कहा कि 'मणिपुर की स्थिति को सामान्य करने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है। अब तक 11 हजार एफआईआर दर्ज की गई। 500 से ज्यादा लोग अरेस्ट किए गए। इस बात को स्वीकार करना चाहिए कि मणिपुर में हिंसा की घटनाएं लगातार कम होती जा रही हैं। आज मणिपुर के अधिकांश हिस्सों में आम दिनों की तरह स्कूल, कॉलेज, दफ्तर चल रहे हैं। शांति के लिए सभी से लगातार बातचीत चल रही है। गृहराज्यमंत्री से लेकर संबंधित अधिकारी तक वहां शांति के भरसक प्रयासों में लगे रहे। इसलिए विपक्ष मणिपुर पर न चिल्लाए। एक समय आएगा मणिपुर ही विपक्ष को रिजेक्ट कर देगा।
- जम्मू कश्मीर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर में हालिया चुनाव में मतदान के आंकड़ों ने चार दशक के रिकॉर्ड को तोड़ा है। यह भारत के लोकतंत्र और चुनाव आयोग को उनकी ओर से दी गई स्वीकृति है। देशवासी जिस पल की प्रतीक्षा कर रहे थे, वो आज यहां दिखी है। मैं जम्मू कश्मीर के मतदाताओं को विशेष रूप से बधाई देता हूं।
- नॉर्थ ईस्ट पर पीएम मोदी ने कहा कि हमने नॉर्थ ईस्ट को आज देश के विकास का सशक्त इंजन बनाने की दिशा में काम किया है। इसे कांग्रेस ने लंबे समय से छोड़ रखा था। हमने रेल, टूरिज्म, कल्चरल एक्टिविटी को बढ़ाया है। 21वीं सदी भारत की सदी में नॉर्थईस्ट का बड़ा योगदान है। यहां 5 साल में हमने जितना काम किया है, उन्हें इतना काम करने में कांग्रेस को 20 साल लग जाते।
- पीएम मोदी ने पेपरलीक पर कहा कि मेरी इच्छा थी कि सारे दल दलीय राजनीति से उपर उठकर अपनी बात रखें। इस संवेदनशील मुद्दे पर भी इन्होंने राजनीति की भेंट चढ़ा दिया, इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है। मैं युवाओं को आश्वस्त करता हूं कि आपके साथ धोखा करने वालों को यह सरकार छोड़ने वाली नहीं है।
- पीएम मोदी ने कहा कि 'मैं कांग्रेस के कुछ साथियों का हृदय से धन्यवाद करना चाहता हूं। नतीजे आए तब बार-बार ढोल पीटा गया था कि एक तिहाई सरकार...। इससे बड़ा सत्य क्या हो सकता है कि हमारे 10 साल हुए हैं, 20 और बाकी हैं। एक तिहाई हुआ है, दो तिहाई और बाकी है और इसलिए उनकी इस भविष्यवाणी के लिए उनके मुंह में घी शक्कर।'
- पीएम मोदी ने संदेशखाली की घटना पर कहा कि 'जो घटना संदेशखाली में हुई, जिसकी तस्वीरें रोंगटे खड़े कर देने वाली हैं, लेकिन बड़े बड़े दिग्गज जिनको मैं कल से सुन रहा हूं, पीड़ा उनके शब्दों में भी नहीं झलक रही है। इससे बड़ा शर्मिंदगी का चित्र क्या हो सकता है? जो लोग खुद को प्रगतिशील नारी नेता मानते हैं, वो भी मुंह पर ताले लगाकर बैठ गए हैं। क्योंकि घटना का संबंध उनके राजनीतिक जीवन से जुड़े दल से या राज्य से है।
- पीएम मोदी ने क्लाइमेट चेंज पर भी गंभीरता जताई। उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्यों को अपना सामर्थ्य बढ़ाना होगा। पीने के पानी से लेकर अन्य मूलभूत कामों के लिए राज्यों को गंभीरता से काम करना होगा।
- पीएम मोदी ने कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए कहा कि 'हमारे कांग्रेस के लोग भी खुशी में मग्न हैं, लेकिन मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि इस खुशी का कारण क्या है? क्या ये खुशी हार की हैट्रिक पर है? क्या ये खुशी नर्वस 90 का शिकार होने की है? क्या ये खुशी एक और असफल लॉन्च की है?
- प्रधानमंत्री ने कहा कि 'जब लोकसभा में जब हमारी सरकार की तरफ से कहा गया कि हम 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाएंगे तो मैं हैरान हूं कि जो आज संविधान की प्रति लेकर घूमते रहते हैं, दुनिया में लहराते रहते हैं, उन्होंने विरोध किया था कि 26 जनवरी तो है, फिर संविधान दिवस क्यों लाएं?'
- पीएम ने कहा कि 'स्वतंत्र भारत के इतिहास और संसदीय यात्रा में कई दशकों के बाद ऐसा हुआ है कि जनता ने लगातार तीसरी बार किसी सरकार को जनादेश दिया है। 60 साल के बाद ऐसा हुआ है कि सरकार 10 साल तक सत्ता में रहने के बाद वापस लौटी है। मैं समझता हूं कि यह कोई सामान्य बात नहीं है।'