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पीएम मोदी का राहुल पर करारा हमला, बोले- उस व्‍यक्ति का कैसे जवाब दूं जो सुनता नहीं और ना तो सदन में बैठता है?

PM Modi on Rahul Gandhi प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर करारा हमला बोला। समाचार एजेंसी एएनआइ को दिए साक्षात्‍कार में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि संबंधित मंत्रालयों की ओर से विपक्ष के सवालों के विस्तृत जवाब दिए गए हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Wed, 09 Feb 2022 09:45 PM (IST)
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PM Narendra Modi Interview : प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर करारा हमला बोला।

नई दिल्‍ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर करारा हमला बोला। समाचार एजेंसी एएनआइ को दिए साक्षात्‍कार में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि संबंधित मंत्रालयों की ओर से विपक्ष के सवालों के विस्तृत जवाब दिए गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम किसी पर व्‍यक्तिगत तौर पर हमला नहीं करते हैं, हम संवाद करने में विश्वास करते हैं। अक्‍सर संसद में वाद-विवाद, टोका-ताकी होती हैं। इसे लेकर मैं नाराज होने की मेरे पास कोई वजह नहीं है।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा- मैंने हर विषय पर तथ्य परक जवाब दिए हैं और तथ्यों के आधार पर बात की है। कुछ विषयों पर हमारे विदेश और रक्षा मंत्रालय ने विस्तृत जवाब दिए हैं। यही नहीं जहां भी जरूरी था मैंने बात की। मीडिया के कुछ हल्‍कों में लोकसभा में पीएम मोदी की ओर से दिए गए जवाबों को लेकर उठाए गए सवालों पर प्रधानमंत्री ने कहा कि बताइए मैं उस सांसद का कैसे जवाब दूं जो नहीं सुनता है और ना तो सदन में बैठता है?

प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर करारा पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस की कार्यशैली और विचारधारा के आधार सम्प्रदायवाद, जातिवाद, भाषावाद, प्रांतवाद, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार हैं। यदि इस देश की मुख्य धारा में ऐसा ही रहेगा तो देश का कितना बड़ा नुकसान होगा। मौजूदा वक्‍त में देश की जो हालत है उसका सबसे ज्‍यादा जिम्मेदार कोई है तो वह कांग्रेस है। बता दें कि राहुल गांधी ने दो फरवरी को लोकसभा में विपक्ष की ओर से चर्चा शुरू करते हुए सरकार को बेरोजगारी, महंगाई और भारत-चीन सीमा मुद्दे पर घेरा था।  

PM Modi ने कहा- कुछ नेता निजी स्वार्थ के लिए देश की विविधता को एक दूसरे से साथ विरोध के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने पिछले 50 वर्षों के दौरान यही किया है। ऐसे लोगों ने हर बात पर देश को बांटों और राज करो की नीति का इस्‍तेमाल किया है। मैंने संसद में किसी के पिता, माता, नाना, दादा के लिए कुछ नहीं कहा। मैंने देश के प्रधानमंत्री ने क्या कहा था केवल उसका उल्‍लेख किया। मैंने बाताया कि पूर्व प्रधानमंत्री (नेहरू) के ये विचार थे तब क्या स्थिति थी और आज प्रधानमंत्री के जो विचार हैं तब क्या स्थिति है...