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इसके लिए ईश्वर ने मुझे चुना... PM मोदी को विश्वास- 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम' से देश की महिलाओं का होगा विकास

Women Reservation Bill in Parliament महिला आरक्षण बिल को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि सिर्फ महिलाओं के विकास की बात पर्याप्त नहीं है हमें मानव जाति की विकास यात्रा में नए पड़ाव को अगर प्राप्त करना है राष्ट्र की विकास यात्रा में नई मंजिलों को अगर पाना है तो ये आवश्यक है कि वोमेन लेड डेवलपमेंट को हम बल दें।

By Jagran NewsEdited By: Piyush KumarUpdated: Tue, 19 Sep 2023 02:20 PM (IST)
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महिला आरक्षण बिल को पीएम मोदी ने वोमेन लेड डेवलपमेंट के लिए जरूरी बताया।(फोटो सोर्स: जागरण)
नई दिल्ली, जेएनएन। नए संसद भवन में कार्यवाही का श्रीगणेश हो चुका है। मंगलवार को नए संसद भवन में भाषण देते हुए नरेंद्र मोदी ने महिला आरक्षण बिल की पैरवी करते हुए कई बातें कही। पीएम मोदी ने कहा,"हर देश की विकास यात्रा में ऐसे (माइलस्टोन) milestone आते हैं, जब वो गर्व से कहता है कि आज के दिन हम सबने नया इतिहास रचा है। नए सदन के प्रथम सत्र के प्रथम भाषण में मैं बड़े विश्वास और गर्व से कह रहा हूं कि आज का ये पल, आज का ये दिवस इतिहास में नाम दर्ज कराने वाला है।

आवश्यक है कि वोमेन लेड डेवलपमेंट को हम बल दें: पीएम मोदी

महिला आरक्षण बिल को लेकर उन्होंने कहा,"सिर्फ महिलाओं के विकास की बात पर्याप्त नहीं है, हमें मानव जाति की विकास यात्रा में नए पड़ाव को अगर प्राप्त करना है, राष्ट्र की विकास यात्रा में नई मंजिलों को अगर पाना है, तो ये आवश्यक है कि वोमेन लेड डेवलपमेंट (Women Led Development) को हम बल दें। महिला सशक्तिकरण की हमारी हर योजना ने महिला नेतृत्व करने की दिशा में बहुत सार्थक कदम उठाए हैं।

महिला आरक्षण बिल का बदल गया नाम

पीएम मोदी ने आगे कहा,"महिला आरक्षण बिल को पास कराने के लिए ईश्वर ने मुझे चुना है। महिला आरक्षण बिल को कल कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है। 19 सितंबर की तारीख इतिहास में अमर हो जाएगी। लोकसभा में महिलाओं की भागीदारी बढेगी। नारी शक्ति वंदन अधिनियम से लोकतंत्र मजबूत होगा। बता दें कि महिला आरक्षण बिल को पीएम मोदी ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम करार दिया है।"

अटल जी का सपना अधूरा रह गया: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा, अनेक वर्षों से महिला आरक्षण पर बहुत चर्चाएं और वाद-विवाद हुए हैं। साल 1996 में इससे जुड़ा बिल पहली बार पेश हुआ था। अटल जी के कार्यकाल में कई बार महिला आरक्षण बिल पेश किया गया, लेकिन उसे पास कराने के लिए आंकड़े नहीं जुटा पाए। जिस वजह से वो सपना अधूरा रह गया।

यहां पढ़ें नए संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूरा भाषण