IIT Madras के दीक्षांत समारोह में छात्रों से बोले PM मोदी, जहां भी रहें मातृभूमि भारत को याद रखें
पीएम मोदी आईआईटी मद्रास के 56वें दीक्षांत समारोह में शामिल होने पहुंचे हैं। यहां वह छात्रों को संबोधित कर रहे हैं।
By Shashank PandeyEdited By: Updated: Mon, 30 Sep 2019 12:31 PM (IST)
चेन्नई, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज चेन्नई दौरे पर हैं।वह आईआईटी मद्रास में आयोजित कई कार्यक्रमों में आज हिस्सा ले रहे हैं। पीएम मोदी ने आईआईटी मद्रास पहुंचकर वहां आयोजित सिंगापुर-भारत हैकथॉन 2019 में भाग लिया। इसके बाद पीएम मोदी आईआईटी के 56वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। इस दौरान पीएम ने छात्रों को संबोधित भी किया। पीएम ने युवाओं को अपनी मातृभूमि भारत से जुड़े रहने की अपील की।
IIT के दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री मोदीपीएम मोदी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास के 56वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में पहुंचे।आईआईटी मद्रास के 56वें दीक्षांत समारोह में पीएम मोदी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, 'मैं अभी अमेरिका से लौटा हूं। इस यात्रा के दौरान, मैं बहुत से राष्ट्राध्यक्षों, नवप्रवर्तकों और निवेशकों से मिला।हमारी चर्चाओं में एक बात कॉमन थी, वह था नए भारत के बारे में हमारा दृष्टिकोण और भारत के युवाओं की क्षमताओं पर विश्वास।
पीएम ने तमिलनाडु की भाषा का जिक्र करते हुए कहा कि यहां पहाड़ चलते हैं और नदियां स्थिर होती हैं। हम तमिलनाडु में हैं, जिसे एक विशेष गौरव प्राप्त है, यह दुनिया की सबसे पुरानी भाषा का घर है और यह भारत में सबसे नई भाषा में से एक है, आईआईटी-मद्रास लिंगो।मैं अपने विद्यार्थी मित्रों से आग्रह करता हूं कि वे मेरे शिक्षकों, अभिभावकों और सहयोगी स्टाफ की सराहना करें और खड़े होकर ओवेशन दें।मेरा आप सभी से अनुरोध है। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहाँ काम करते हैं, चाहे आप कहीं भी रहें, अपनी मातृभूमि, भारत की जरूरतों को ध्यान में रखें।
इस दीक्षांत समारोह कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एडप्पादी के पलानीस्वामी और उप मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम भी मौजूद हैं।सिंगापुर-भारत हैकथॉन 2019 में बोले पीएमप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेन्नई में आईआईटी मद्रास में आयोजित सिंगापुर-भारत हैकथॉन 2019 में भाग लिया है। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि दोस्तों आप चुनौतीपूर्ण समस्याओं को हल करने के लिए पिछले 36 घंटों से काम कर रहे हैं। आपको और आपकी ऊर्जा को सलाम और मुझे थकान नहीं दिखती। मुझे एक कार्य की संतुष्टि अच्छी तरह से पूरी होती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं की तारीफ करते हुए कहा कि पूरी दुनिया के लिए समस्याओं का भारतीय समाधान बनाने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। स्कूलों से लेकर उच्च शिक्षा और अनुसंधान के लिए एक ऐसा तंत्र बनाया गया जिससे नई चीजों की खोज हुई, इसी के बल पर देश नवाचार(Innovation) के मामले में शीर्ष तीन देशों में से एक बन पाया है। भारत अपनी अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाना चाहता है और इसमें स्टार्ट अप और नवाचार(Innovation) का प्रमुख रोल होगा।
पीएम ने साथ ही कहा 'हैकथॉन युवाओं के लिए महान हैं।प्रतिभागियों को वैश्विक समस्याओं के समाधान के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी तक पहुंच मिलती है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि आज के हैकथॉन में पाए जाने वाले समाधान कल के लिए स्टार्ट-अप विचार हैं।' पीएम ने इसके साथ ही कहा, 'मैं हैकथॉन के विजेताओं को बधाई देता हूं और प्रत्येक युवा मित्र यहां इकट्ठा होता है। चुनौतियों का सामना करने और व्यवहारिक समाधान खोजने की आपकी इच्छा सिर्फ एक चुनौती जीतने की तुलना में बहुत बड़ी कीमत है।'
पीएम ने यहां कहा, 'यहां मेरे युवा दोस्तों ने आज कई समस्याओं को हल किया। मैं विशेष रूप से कैमरे के बारे में समाधान पसंद करता हूं ताकि पता लगाया जा सके कि कौन ध्यान दे रहा है। मैं संसद में अपने अध्यक्ष से बात करूंगा। मुझे यकीन है कि यह संसद के लिए बहुत उपयोगी होगा।'
— ANI (@ANI) September 30, 2019इससे पहले आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई पहुंचे। एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया गया।वह वायुसेना के विमान से चेन्नई पहुंचे। चेन्नई पहुंचकर पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान, जब मैंने तमिल में कुछ कहा और मैंने दुनिया को बताया कि तमिल दुनिया की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक है, इसलिए आज भी इस भाषा की अमेरिका में जबरदस्त धूम है। इससे पहले पीएम मोदी ने रविवार को दीक्षांत समारोह में दिए जाने वाले भाषण के लिए विचार मांगे थे। पीएम मोदी ने NaMo App पर ओपन फोरम पर ट्वीट में लिखा, 'कल मैं आईआईटी मद्रास के दीक्षांत समारोह के लिए चेन्नई में रहूंगा। मैं भारत के कुछ प्रतिभाशाली दिमागों के साथ रहने के लिए उत्सुक हूं। मैं अपने भाषण के लिए अपने विचारों को साझा करने के लिए आप सभी, विशेष रूप से आईआईटीयन और आईआईटी के पूर्व छात्रों को भी बुलाता हूं।'