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PM Narendra Modi Birthday: भारतवर्ष को निरंतर प्रगति पथ पर आगे ले जा रहे पीएम मोदी

PM Narendra Modi Birthday प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आज जन्म दिवस है। ऐसे में हमें अपने कर्मठ और यशस्वी नेतृत्व पर गर्व होना चाहिए जिन्होंने देशवासियों की अनेक छोटी-बड़ी समस्याओं के समाधान की दिशा में निरंतर कार्य किया है और निरंतर सक्रिय है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Updated: Sat, 17 Sep 2022 10:24 AM (IST)
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PM Narendra Modi Birthday: राजधर्म के निर्वहन की संकल्प सिद्धि।
मनोज मुंतशिर। आज से लगभग सात हजार वर्ष पूर्व महाराजा दशरथ ने श्रीराम के राज्याभिषेक की घोषणा की थी। ‘कल सूर्योदय के बाद श्रीराम ‘युवराज’ से ‘महाराज’ बन जाएंगे’, सुगंध की तरह जैसे-जैसे यह समाचार समूचे नगर में फैल रहा था, प्रजा का हर्ष और उल्लास सातवें आसमान को छू रहा था। परंतु राज-लालसा से निर्लिप्त, शोक और हर्ष की सीमाओं से बहुत दूर श्रीराम अपने पिता से ‘राजधर्म’ का दुर्लभ ज्ञान ले रहे थे।

महाराजा दशरथ कहते हैं, ‘हे राम! कल तुम्हें राजमुकुट पहनाया जाएगा। ऐसे में यह स्मरण रखना कि जो राजमुकुट पहनता है, वह स्वयं को अपने देश और अपनी प्रजा को सौंप देता है, उसका व्यक्तिगत कुछ भी नहीं बचता। राजा होने का अर्थ है संन्यासी हो जाना।’ आचार्य चाणक्य ने भी कहा था, ‘राजा होना सुखी होने का मार्ग नहीं है। समाज और राष्ट्र के हित में जिसने अपने व्यक्तिगत सुख त्याग दिए, जिसकी व्यक्तिगत संपत्ति कुछ है ही नहीं, वही संन्यासी और सच्चा राजा कहलाने का अधिकारी है।’

‘राजधर्म दर्शन’

महाराजा दशरथ और आचार्य चाणक्य के ‘राजधर्म दर्शन’ ने राजा की जो परिभाषा दी है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उसके बहुत निकट खड़े हैं। कुछ लोग संभवत: इस तथ्य का राजनीतिक विरोध कर सकते हैं। यह प्रश्न भी पूछा जा सकता है कि एक लेखक की कलम किसी सत्तारूढ़ राजनेता के गुण क्यों गा रही है। इस ‘क्यों’ का उत्तर, नरेन्द्र मोदी के कर्मों में ही निहित है। समर्थन और विरोध की छोटी-छोटी क्यारियों से थोड़ा ऊपर उठकर भारतवर्ष की विशाल पुष्प-वाटिका की ओर देखिए और अपने आप से पूछिए, कौन हैं नरेन्द्र मोदी? आपको इसका उत्तर मिलेगा, मोदी वह कर्मवीर हैं जो अभावों में जन्म लेने के बावजूद अपने चमकते हुए सपनों के प्रकाश से बड़े हो गए और एक दिन पूरे भारतवर्ष का अभिमान बनकर विश्व-मंच पर खड़े हो गए।

भारत का तिरंगा लहरा दिया

मोदी वह हैं जिन्होंने अपनी मां को निर्धनता का चूल्हा फूंकते हुए देखा है और इसीलिए देश की करोड़ों माताओं-बहनों की आंखों से निराशा भरा धुआं हटाकर आत्मविश्वास की उज्ज्वल चमक भर दी। मोदी वह हैं जिन्होंने, दूरदराज के छोटे-छोटे गांवों में, जहां सूरज की रोशनी जंगलों में उलझ कर रह जाती है, वहां बिजली के तार पहुंचा दिए। मोदी वह हैं जिनका नाम सुन कर इस देश का आम आदमी मुस्कुराने लगता है और पूंजीपतियों की तिजोरी में बंद काला धन घबराने लगता है। मोदी वह हैं जिन्होंने आतंक और भ्रष्टाचार की आंधी अपनी संकल्प शक्ति से रोक दी और भारत की हर बेटी को बचाने, पढ़ाने और आगे बढ़ाने में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। मोदी वह हैं जिनके कार्यकाल में हमने अपने ऊपर 200 वर्षों तक राज करने वाले ब्रिटेन की जीडीपी को पछाड़ दिया और ओलिंपिक खेलों में अब तक की सर्वोच्च पदक गणना के साथ दुनिया के मैदान पर भारत का तिरंगा लहरा दिया। मोदी वह हैं जिनके दम से आज कश्मीरी भाई-बहन हमारे हैं, कश्मीर हमारा है।

मोदी वह हैं जिन्होंने भारत को आंख दिखाने वालों को घर में घुस कर मारा है। नरेन्द्र मोदी कौन हैं इसे समग्रता में दर्शाने के लिए यह सूची बहुत लंबी हो सकती है। उनके नाम अभी सैकड़ों उपलब्धियां शेष हैं। यहां एक सीमित स्थान में उन सभी तथ्यों के बारे में लिख पाना संभव नहीं है। यह भी सही है कि उन्होंने जितना सोचा था, अभी उतना हो नहीं पाया है, अभी बहुत कार्य शेष है। यह सारा कार्य केवल मोदी नहीं करेंगे, इन कार्यों को पूरा करने की हम सभी की जिम्मेदारी है। हम सभी की जिम्मेदारी उनसे कहीं कम नहीं है। इसी जिम्मेदारी का एक बड़ा पहलू है कि हम जिस उत्साह के साथ नरेन्द्र मोदी की आलोचना करते हैं, उसी अभिमान के साथ भारतवर्ष के लिए कमाई गई उनकी उपलब्धियों पर उन्हें शाबासी भी दें। क्रिकेट मैच देखते समय जब हमारा कोई खिलाड़ी अच्छा शाट लगाता है तो हम स्टेडियम में कुर्सियों से खड़े होकर उसका उत्साहवर्धन करते हैं, तालियां बजाते हैं।

हमारी तालियां प्रत्यक्ष रूप से खेल में कोई योगदान नहीं करतीं, परंतु परोक्ष रूप से खिलाड़ी उस समर्थन के बल से अगला शाट लगाने के लिए प्रेरित होता है और वह ऐसा कर भी देता है। यानी सही निर्णय और सही काम के लिए जब हम अपने नेतृत्व को धन्यवाद देते हैं, तो उनके अंदर एक नहीं, बल्कि 135 करोड़ देशवासियों की शक्ति जाग जाती है। ऐसे में बड़े-बड़े निर्णय लेते समय उन्हें यह अहसास रहता है कि देश उनके साथ खड़ा है। आज प्रत्येक भारतीय इस बात को मानता है कि प्रधानमंत्री मोदी वह व्यक्ति हैं जिन्होंने विश्व में हम भारतवासियों का मस्तक गर्व से ऊंचा किया है। हम सभी के उत्थान और देश की प्रगति के लिए वह निरंतर कार्यरत हैं। सपने तो हम पहले भी देखते थे, परंतु अब लगता है कि सपनों का सच होना, भारत का विश्वगुरु कहलाना और अगले 25 वर्षों में महाशक्ति बनकर दिखाना, यह सब अब बहुत मुश्किल नहीं है, क्योंकि हमारे पास एक मजबूत नेतृत्व है। आज हमारे प्रधानमंत्री का जन्मदिन है, ईश्वर उन्हें आयुष्मान और यशस्वी बनाए रखें, राजधर्म की अलख उनके मन में जगाए रखें, यही हम सभी की मनोकामना है।

[गीतकार]