मणिपुर पहुंची पहली मालगाड़ी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बोले- इससे राज्य के व्यापार और संपर्क को मजबूती मिलेगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर में पहली मालगाड़ी के पहुंचने पर कहा कि इससे राज्य के व्यापार और संपर्क को बढ़ावा मिलेगा क्योंकि वहां से सामान देश के हर कोने तक पहुंच सकेगा। साथ ही राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
नई दिल्ली, पीटीआइ। मणिपुर में पहली मालगाड़ी के पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इससे राज्य के व्यापार और संपर्क को बढ़ावा मिलेगा क्योंकि वहां से सामान देश के हर कोने तक पहुंच सकेगा। रेल यातायात सुचारू होने से राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। पूर्वोत्तर के इस चुनावी राज्य में रानी गैदिनलिउ स्टेशन पर 27 जनवरी को मालगाड़ी पहुंची। एक दिन पहले असम में सिलचर से एक सवारी गाड़ी मणिपुर में बोंगैचुंगपाओ स्टेशन पहुंची थी।
Transformation of the Northeast continues.
Manipur’s connectivity will be enhanced and commerce will be boosted. Wonderful products from the state can travel all over the nation. https://t.co/TjS6oulZqj— Narendra Modi (@narendramodi) January 29, 2022
मणिपुर में बढ़ेगा व्यापार
प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास के लिए केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी को टैग करते हुए ट्वीट किया है, 'पूर्वोत्तर का परिवर्तन जारी है। मणिपुर का संपर्क बढ़ेगा और व्यापार मजबूत होगा। राज्य से बेहतरीन उत्पाद पूरे देश तक पहुंच सकेंगे।'
जी. किशन रेड्डी ने शेयर किया वीडियो
केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने अपने ट्वीट के साथ मालगाड़ी के स्टेशन तक पहुंचने का वीडियो भी शेयर किया है। रेड्डी ने ट्वीट किया है, 'देश की आजादी के 75 साल बाद मणिपुर और पूरे पूर्वोत्तर के लिए ऐतिहासिक दिन। पहली मालगाड़ी रानी गैदिनलिउ रेलवे स्टेशन पर पहुंची। नरेन्द्र मोदी सरकार पूर्वोत्तर क्षेत्र में बुनियादी ढांचा संपर्क सुधारने और आर्थिक समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है।'
परियोजना में देश की सबसे लंबी सुरंग शामिल
उल्लेखनीय है कि मणिपुर में 27 फरवरी और तीन मार्च को दो चरणों में विधानसभा चुनावों के लिए मतदान होना है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसी महीने हवाई सर्वेक्षण के जरिए मणिपुर में जिरिबाम वाया इंफाल नई लाइन परियोजना का जायजा लिया था। इस परियोजना में देश की सबसे लंबी सुरंग शामिल है। यह गुवाहाटी और इंफाल को जोड़ने का काम करेगी। केंद्र सरकार ने पूर्वोत्तर में विभिन्न रेल परियोजनाओं के लिए इस साल सात हजार करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।