Move to Jagran APP

EVM पर फिर बवाल, एलन मस्क के बाद अब Rahul Gandhi ने उठाए सवाल; BJP नेता ने दिया ये जवाब

Rahul Gandhi on EVM टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के बाद अब राहुल गांधी ने ईवीएम पर सवाल उठाए हैं। राहुल ने कहा कि भारत में ईवीएम की जांच करने की अनुमति नहीं है और हमारी चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएं जताई जा रही हैं। मस्क ने कहा था कि ईवीएम को कोई भी आसानी से हैक कर सकता है।

By Jagran News Edited By: Mahen Khanna Updated: Sun, 16 Jun 2024 01:42 PM (IST)
Hero Image
Rahul Gandhi on EVM राहुल ने ईवीएम पर उठाए सवाल।
जागरण डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने आज ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) पर सवाल उठाए हैं। मस्क ने कहा कि ईवीएम को कोई भी आसानी से हैक कर सकता है। मस्क के इस बयान के बाद अब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का भी बयान सामने आया है। राहुल ने मस्क से सुर से सुर मिलाए हैं।

राहुल गांधी बोले- भारत में ईवीएम एक 'ब्लैक बॉक्स' 

राहुल गांधी ने भी मस्क की तरह ईवीएम पर सवाल उठाए हैं। राहुल ने कहा,

भारत में ईवीएम एक 'ब्लैक बॉक्स' है और किसी को भी उनकी जांच करने की अनुमति नहीं है। हमारी चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएं जताई जा रही हैं। जब संस्थाओं में जवाबदेही की कमी होती है, तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी की संभावना बढ़ जाती है।

राहुल ने मुंबई की घटना का जिक्र किया

राहुल गांधी ने आगे अपनी पोस्ट में मुंबई की उस घटना का जिक्र किया जिसमें मुंबई पुलिस ने ईवीएम को लेकर शिवसेना शिंदे गुट के सांसद रविन्द्र वायकर के साले मंगेश पांडिलकर पर केस दर्ज किया है। आरोप है कि मंगेश पांडिलकर ने मुंबई के गोरेगांव चुनाव सेंटर के अंदर पाबंदी होने के बावजूद मोबाइल का इस्तेमाल किया था।

बता दें कि मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से शिवसेना (शिंदे गुट) के उम्मीदवार रविंद्र वायकर दोबारा काउंटिंग के बाद केवल 48 वोटों से जीत दर्ज की थी। 

मस्क ने ईवीएम के हैक होने की कही थी बात

एलन मस्क ने एक पोस्ट में कहा कि ईवीएम को कोई भी हैक कर सकता है। मस्क ने कहा कि हमें अब ईवीएम से बचना होगा और इसे खत्म करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मनुष्य हो या एआई ईवीएम के हैक का जोखिम बना रहेगा।

राजीव चंद्रेशेखर ने किया पलटवार

मस्क के पोस्ट पर भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रेशेखर ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि मस्क की मानें तो कोई भी व्यक्ति एक सुरक्षित डिजिटल हार्डवेयर नहीं बना सकता है, लेकिन यह बयान सरासर गलत है।

चंद्रशेखर ने आगे कहा कि मस्क की यह बात अमेरिका और दूसरी जगहों के लिए सही हो सकती है, जहां वे इंटरनेट से जुड़ी वोटिंग मशीन को बनाने के लिए रेगुलर कंप्यूटर प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन भारत में ऐसा कुछ नहीं है।