Rahul Gandhi Opposition Leader: क्या लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनेंगे राहुल गांधी? पार्टी में इस काम को लेकर भी कर रहे मंथन
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए कांग्रेस कार्यसमिति के प्रस्ताव पर विचार मंथन कर रहे राहुल गांधी ने इस पद को स्वीकार करने को लेकर अभी किसी अंतिम निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं। कांग्रेस कार्यसमिति ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के अच्छे प्रदर्शन का पूरा श्रेय राहुल गांधी को देते हुए प्रस्ताव पारित कर उनसे लोकसभा में नेता विपक्ष का पद संभालने का आग्रह किया था।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए कांग्रेस कार्यसमिति के प्रस्ताव पर विचार मंथन कर रहे राहुल गांधी ने इस पद को स्वीकार करने को लेकर अभी किसी अंतिम निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं।
इस अभियान पर काम करना चाहते हैं राहुल गांधी
पार्टी के शीर्षस्थ स्तर के सूत्रों से मिले संकेतों के अनुसार, लोकसभा चुनाव में पार्टी के पुनर्जीवन से उत्साहित राहुल गांधी उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा समेत उन राज्यों में कांग्रेस की वापसी के अभियान को तवज्जो देना चाहते हैं, जहां की मजबूती से पार्टी केंद्र की सत्ता-सियासत में भाजपा को पछाड़ सकती है। हालांकि, कांग्रेस के भीतर लोकसभा में नेता विपक्ष के किसी अन्य विकल्प पर अभी कोई चर्चा शुरू नहीं हुई है और पार्टी तथा विपक्षी आईएनडीआईए गठबंधन के हित में राहुल गांधी के सकारात्मक फैसले की उम्मीद कांग्रेस नेताओं ने छोड़ी नहीं है।
कांग्रेस कार्यसमिति ने पारित किया था प्रस्ताव
कांग्रेस कार्यसमिति ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के अच्छे प्रदर्शन का पूरा श्रेय राहुल गांधी को देते हुए प्रस्ताव पारित कर उनसे लोकसभा में नेता विपक्ष का पद संभालने का आग्रह किया था। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कार्यसमिति की इस बैठक में राहुल से यह भी कहा था कि पार्टी नेताओं की राय और भावनाओं को देखते हुए उन्हें इस प्रस्ताव को स्वीकार करना चाहिए।राहुल गांधी कर रहे विचार
पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्र ने इस बारे में पूछे जाने पर कहा कि राहुल प्रस्ताव पर विचार कर रहे हैं और अंतिम राय नहीं बनाई है क्योंकि नेता विपक्ष बनने से जुड़े कई पहलुओं तथा कांग्रेस संगठन की मजबूती की अपरिहार्यता से जुड़े मसलों में सामंजस्य बिठाना जरूरी है।
इन राज्यों में पार्टी को मजबूत करने में जुटेंगे राहुल
राहुल यदि नेता विपक्ष बनते हैं तो फिर उन्हें लोकसभा में ज्यादा समय देना होगा और पार्टी संगठन की प्राथमिकताओं के लिए समय निकालना चुनौती बन सकती है, जबकि वर्तमान चुनाव के नतीजों के बाद राहुल का मानना है कि उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा ही नहीं मध्य प्रदेश, गुजरात और छत्तीसगढ़ जैसे अहम राज्यों में कांग्रेस को मजबूत करने भविष्य की राजनीति के लिए बेहद अहम है।कांग्रेस पार्टी इन नामों पर कर सकती है विचार
पार्टी भी मान रही है कि 2024 के चुनाव नतीजों ने साबित किया है कि ऐसे तमाम राज्यों में कांग्रेस की बेहतर वापसी की संभावनाएं हैं क्योंकि आम लोग भाजपा की वर्तमान राजनीतिक शैली से विमुख होकर विकल्प के रूप में कांग्रेस की ओर ही देख रहे हैं। वैसे नेता विपक्ष पद के लिए पार्टी में राहुल के अलावा अभी किसी अन्य नाम पर विचार नहीं हुआ है पर वे इसे स्वीकार नहीं करते हैं तो असम के जोरहाट से जीते गौरव गोगोई नेता विपक्ष के लिए पसंद के रूप में उभर सकते हैं।
गोगोई पिछली लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के उपनेता थे। महिला नेताओं में हरियाणा से चुनी गईं वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा हैं तो अनुभव और वाकपटुता के धनी चंडीगढ़ के सांसद मनीष तिवारी तथा शशि थरूर जैसे कुछ प्रमुख चेहरे संभावित दावेदारों की सूची में शामिल हो सकते हैं। यह भी पढ़ेंःRussia Ukraine Ceasefire: 'रूसी कब्जे से सारी भूमि लेंगे वापस...', पुतिन के युद्धविराम के प्रस्ताव को यूक्रेन ने किया खारिज
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