Rahul Gandhi Death Threat: 'तेरा भी हाल दादी की तरह...' किसने दी राहुल गांधी को जान से मारने की धमकी? पढ़ें पूरा मामला
Rahul Gandhi Death Threat बीजेपी समर्थित सिख प्रकोष्ठ ने बुधवार को सोनिया गांधी के दिल्ली स्थित आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन (Sikh Community Protest) के दौरान तरविंदर सिंह मारवाह पर राहुल गांधी को मारने की धमकी देने का आरोप लगा है। तरविंदर सिंह ने कहा था राहुल गांधी बाज आ जा नहीं तो आने वाले टाइम में तेरा भी वही हाल होगा जो तेरी दादी का हुआ।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कुछ दिनों पहले सिख समुदाय को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi Death Threat) ने अमेरिका में एक बयान दिया था। इस बयान पर सियासी हंगामा खड़ा हो चुका है। वहीं, देश में सिख समुदाय के कई लोग राहुल गांधी के बयान पर आपत्ति जाहिर कर चुके हैं।
वहीं, बीजेपी समर्थित सिख प्रकोष्ठ ने बुधवार (11 सितंबर) को सोनिया गांधी के दिल्ली स्थित आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन (Sikh Community Protest) के दौरान बीजेपी नेता तरविंदर सिंह मारवाह पर राहुल गांधी को मारने की धमकी देने का आरोप लगा है। बीजेपी नेता के खिलाफ कांग्रेस एफआईआर दर्ज करवाने पर विचार कर रही है।
दिल्ली BJP का नेता और पूर्व विधायक, तरविंदर सिंह मारवाह ने आज प्रदर्शन के दौरान कहा:
— Congress (@INCIndia) September 11, 2024
“राहुल गांधी बाज आ जा, नहीं तो आने वाले टाइम में तेरा भी वही हाल होगा जो तेरी दादी का हुआ”
BJP का ये नेता खुलेआम देश के नेता प्रतिपक्ष की हत्या की धमकी दे रहा है.@narendramodi जी, अपने… pic.twitter.com/tGisA5dfNu
भाजपा नेता ने राहुल गांधी को क्या दी है धमकी?
पूर्व विधायक तरविंदर सिंह ने कहा था, 'राहुल गांधी बाज आ जा, नहीं तो आने वाले टाइम में तेरा भी वही हाल होगा, जो तेरी दादी का हुआ।' इस दौरान भाजपा सिख प्रकोष्ठ ने कहा था कि अमेरिका में राहुल गांधी ने भारत और सिखों का अपमान किया है। उन्होंने विदेशी धरती पर हमारे देश को बदनाम किया। इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।राहुल गांधी ने अमेरिका में क्या कहा था?
अमेरिका के वर्जीनिया में भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि हमारी लड़ाई ये है कि भारत में पगड़ी पहनने की अनुमति दी जाएगी और क्या सिख गुरुद्वारे जा सकेंगे।राहुल गांधी ने कहा था,"सबसे पहले,यह समझना होगा कि लड़ाई किस बारे में है। लड़ाई राजनीति के बारे में नहीं है। यह सतही है। लड़ाई इस बारे में है कि क्या एक सिख को भारत में पगड़ी पहनने की अनुमति दी जाएगी। या एक सिख को भारत में कड़ा पहनने की अनुमति दी जाएगी। या गुरुद्वारा जाने दिया जाएगा। लड़ाई इसी बारे में है और सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए है।"