'देश का हलवा बंट रहा...', लोकसभा में राहुल गांधी के बयान पर क्यों वित्त मंत्री ने पकड़ लिया माथा?
Rahul Gandhi बजट पर भाषण देते हुए राहुल आज केंद्र पर खूब बरसे। राहुल ने कहा कि केंद्र की सरकार चाहे युवा हो या किसान सभी को चक्रव्यूह में फंसाने का काम कर रही है। राहुल ने इसी के साथ जातीय जनगणना का मुद्दा भी उठाया। राहुल ने जैसे ही जाति जनगणना की बात की तो उन्होंने एक उदाहरण दिया जिसपर वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने अपना माथा पकड़ लिया।
जागरण डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Rahul in Sansad लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज बजट पर भाषण देते हुए केंद्र सरकार पर खूब बरसे। राहुल ने कहा कि केंद्र की सरकार चाहे युवा हो या किसान सभी को चक्रव्यूह में फंसाने का काम कर रही है।
राहुल ने इसी के साथ जातीय जनगणना का मुद्दा भी उठाया। राहुल ने जैसे ही जाति जनगणना की बात की तो उन्होंने एक उदाहरण दिया, जिसपर वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने अपना माथा पकड़ लिया।
बजट के हलवा सेरेमनी पर बोले राहुल
दरअसल, राहुल ने बजट के हलवा सेरेमनी की फोटो दिखाई। राहुल ने कहा, ‘इस फोटो में कोई पिछड़ा, दलित या आदिवासी अफसर नहीं दिख रहा है। ये बात सुनकर निर्मला हंस पड़ी और तभी राहुल ने कहा कि देश का हलवा बंट रहा है और वित्त मंत्री हंस रही हैं।सीतारमण ने पकड़ लिया माथा
राहुल ने आगे कहा कि 20 अफसरों ने हलवा बनाया और अपने 20 लोगों में बांट दिया। बजट कौन बना रहे हैं, वही दो या तीन प्रतिशत लोग। हम जातिगत जनगणना लाकर इस विषमता को खत्म करेंगे।’
राहुल गांधी की यह बात सुनकर सदन में बैठीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सिर पकड़ लिया। सीतारमण की यह प्रतिक्रिया सोशल मीडिया में वायरल है।
राहुल गांधी ने सुनाई चक्रव्यूह की कहानी
राहुल गांधी ने महाभारत युद्ध में चक्रव्यूह बनाकर अभिमन्यु की हत्या का जिक्र किया। राहुल गांधी ने कहा, 6 लोगों (कर्ण, द्रोणाचार्य, दुशासन, अश्वत्थामा, कृपा, शकुनि, दुर्योधन) ने मिलकर अभिमन्यु की हत्या की थी। आज भी छह लोगों ने अपने चक्रव्यूह में देश को फंसा रखा है। ये छह लोग हैं - नरेंद्र मोदी, अमित शाह, अजीत डोभाल, मोहन भागवत, अंबानी और अडानी।