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Ram Mandir: 'राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कोई धार्मिक आयोजन नहीं...' DMK सांसद बोले- भाजपा इससे राजनीतिक लाभ कमाना चाहती

Ram Mandir राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में वार-पलटवार हो रहा है। अब डीएमके सांसद टीआर बालू ने अयोध्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को राजनीतिक आयोजन करार दिया है। डीएमके नेता ने कहा कि भाजपा 2014 में सरकार बनाने के बाद से अपने वादे पूरे नहीं कर पाई है इसलिए अब वो इसे अपनी उपलब्धि बता रही है।

By Agency Edited By: Mahen Khanna Updated: Mon, 15 Jan 2024 12:29 PM (IST)
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Ram Mandir राम मंदिर समारोह को डीएमके ने बताया राजनीतिक कार्यक्रम।
एजेंसी, चेन्नई। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर देश में राजनीति चरम पर है। समारोह में शामिल होने को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में वार-पलटवार हो रहा है। इस बीच डीएमके सांसद टीआर बालू ने अयोध्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को राजनीतिक आयोजन करार दिया है।

राम मंदिर पर राजनीति कर रही भाजपा

बालू ने कहा कि ये कोई आध्यात्मिक आयोजन नहीं है। डीएमके नेता ने कहा कि भाजपा 2014 में सरकार बनाने के बाद से अपने वादे पूरे नहीं कर पाई है और अपनी विफलताओं और लोगों का ध्यान भटकाने के लिए वे राम मंदिर के निर्माण को अपनी उपलब्धि के रूप में दिखा रहे हैं।

डीएमके धर्मनिरपेक्षता के साथ 

डीएमके नेता ने कहा कि हमें भारतीय संविधान में गहरी आस्था है, जो धर्मनिरपेक्षता की बात करता है। डीएमके कभी भी राजनीति को आध्यात्मिकता के साथ नहीं मिलाती है, ताकि उससे लाभ उठाया जा सके। भक्ति का इस्तेमाल राजनीतिक कारणों और वोट बैंक के लिए करना भारत की संप्रभुता और संविधान के खिलाफ है।