रामेश्वर ब्लास्ट केस में दो आतंकी गिरफ्तार, बीजेपी ने ममता सरकार पर साधा निशाना; टीएमसी का पलटवार
Rameshwaram Cafe Blast Case रामेश्वर कैफे ब्लास्ट मामले में आतंकियों की गिरफ्तारी पर बीजेपी और टीएमसी आमने-सामने आ गई है। बीजेपी ने इसको लेकर पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर निशाना साधा है। अमित मालवीय ने कहा कि ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन गया है। वहीं टीएमसी ने भी पलटवार किया है।
एजेंसी, कोलकाता। बीते महीने बेंगलुरु के मशहूर रामेश्वरम कैफे में हुए ब्लास्ट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को शुक्रवार को बड़ी सफलता हाथ लगी है। एनआईए की टीम ने धमाके में शामिल दो आतंकियों अब्दुल मथीन और मुसाविर हुसैन शजीब को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आतंकियों को पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर से दबोचा गया है।
बीजेपी का ममता सरकार पर निशाना
उधर, इस मामले में बीजेपी ने विपक्ष पर हमला बोलने का मौका ढूंढ लिया है। आतंकियों की गिरफ्तारी पर बीजेपी ने टीएमसी पर निशाना साधा है। बीजेपी नेता ने कहा कि ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन गया है।
टीएमसी ने किया पलटवार
वहीं, बीजेपी नेता की पोस्ट के बाद टीएमसी ने भी पलटवार किया है। टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा कि बंगाल पुलिस की मदद से ही एनआईए आतंकियों को गिरफ्तार कर सकी। उन्होंने एक्स पर लिखा, 'रामेश्वर कैफे ब्लास्ट मामले में बंगाल पुलिस ने अच्छा काम किया है।'
उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी और उनके नेताओं से पूछना चाहिए कि ये गिरफ्तारियां कहां हुई हैं- कांथी। हम सभी जानते हैं कि कौन सा परिवार और भाजपा का मुख्य नेता वहां से अवैध गतिविधियां चलाता है।
बता दें कि कांथी को कोंताई भी कहा जाता है। ये बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी और उनके परिवार का गढ़ माना जाता है। टीएमसी नेता ने राज्य की एजेंसियों से इस घटना में बीजेपी नेता के परिवार की कथित भूमिका की जांच करने का अनुरोध किया है।
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