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'50 साल बाद भी आपातकाल का पाप ढो रही है कांग्रेस', भाजपा ने कहा- काले अध्याय के बारे में जानने का सबको अधिकार

Parliament Session भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने राष्ट्रपति और और लोकसभा अध्यक्ष द्वारा लोकतंत्र के काले अध्याय का उल्लेख को सही ठहराया और कांग्रेस का संविधान और लोकतंत्र बचाने का दावा सिर्फ एक छलावा बताया। रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि लोकतंत्र की हत्या पर कांग्रेस ने आजतक माफी नहीं मांगी है।

By Jagran News Edited By: Sonu Gupta Updated: Thu, 27 Jun 2024 10:30 PM (IST)
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आपातकाल के बारे में पूरे देश को जानने का अधिकारः रविशंकर प्रसाद।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। Parliament Session 2024: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु (President Droupadi Murmu) द्वारा आपातकाल (Emergency) के उल्लेख पर कांग्रेस (Congress) की आपत्ति पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तीखा कटाक्ष किया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने कांग्रेस द्वारा 50 साल के बाद आपातकाल का पाप ढोने का आरोप लगाया।

कांग्रेस का दावा छलावा- रविशंकर

उन्होंने राष्ट्रपति और और लोकसभा अध्यक्ष द्वारा लोकतंत्र के काले अध्याय का उल्लेख को सही ठहराया और कांग्रेस का संविधान और लोकतंत्र बचाने का दावा सिर्फ एक छलावा बताया। रविशंकर प्रसाद ने साफ किया कि आपातकाल के बारे में पूरे देश को जानने का अधिकार है। देशवासियों को यह पता होना चाहिए कि आपातकाल में क्या-क्या हुआ था।

कई लोगों की हुई थी गिरफ्तारी

किस तरह से उस समय जयप्रकाश नारायण, लालकृष्ण आडवाणी, अटल बिहारी वाजपेयी, लालू यादव, नीतीश कुमार, मुलायम सिंह यादव, रामविलास पासवान जैसे नेताओं समेत आंदोलन कर रहे छात्रों और आरएसएस के स्वयंसेवकों को गिरफ्तार कर लिया गया था।प्रेस पर पाबंदी लगा दी गई और इंडियन एक्सप्रेस जैसे अखबार का प्रकाशन बंद कर दिया था। उन्होंने आपातकाल के दौरान जबरन नसबंदी समेत जेल में दी गई यातनाओं का भी जिक्र किया।

कांग्रेस ने अभी तक नहीं मांगी माफी- रविशंकर

रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि लोकतंत्र की हत्या पर कांग्रेस ने आजतक माफी नहीं मांगी है, लेकिन उसका उल्लेख होने मात्र से तिलमिला जाती है। प्रसाद ने कांग्रेस के सहयोगी दलों को नेताओं को भी आपातकाल के काले अध्याय को याद रखने की जरूरत बताई।

चुनी हुई सरकार को किया गया था बर्खास्त

उन्होंने बताया कि किस तरह से आपातकाल के दौरान करुणानिधि की चुनी हुई सरकार को बर्खास्त कर दिया गया था। इसी तरह से तेजस्वी यादव और अखिलेश यादव को लालू यादव और मुलायम सिंह यादव की गिरफ्तारी को याद रखना चाहिए।

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