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राजद ने चेताया; भाजपा से लड़ाई में खुलकर सामने आना होगा, लगातार 12वीं बार निर्विरोध राजद अध्यक्ष बने लालू यादव

राजद की राष्ट्रीय कार्यपरिषद में लालू प्रसाद को 12वीं बार पार्टी का अध्‍यक्ष चुना गया। अपने संबोधन में लालू प्रसाद और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भाजपा के साथ ही केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। जानें किसने क्‍या कहा...

By Jagran NewsEdited By: Krishna Bihari SinghUpdated: Mon, 10 Oct 2022 09:29 PM (IST)
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लालू प्रसाद के हाथ में 12वीं बार राजद की कमान सौंपी गई है। (Photo ANI)

अरविंद शर्मा, नई दिल्ली। नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित खुले अधिवेशन में सोमवार को राजद की राष्ट्रीय कार्यपरिषद ने लालू प्रसाद के हाथ में 12वीं बार पार्टी की कमान सौंप दी। राजद कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों से भरे हाल में लालू प्रसाद एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भाजपा एवं केंद्र सरकार पर जमकर बरसे। कहा- भाजपा से लड़ाई में सीधे सामने आना होगा। साथ ही दावा किया कि 2024 में भाजपा को मूली की तरह उखाड़ फेंकेंगे।

मंडल बनाम कमंडल बहस शुरू करने की मांग

राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने मंडल बनाम कमंडल बहस फिर से शुरू करने की मांग की। उन्होंने भाजपा पर समाज को सांप्रदायिक बनाने और कमजोर वर्गों के लिए आरक्षण के खिलाफ होने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि उनके खिलाफ सीबीआइ और ईडी की कार्रवाई विपक्षी दलों को एकजुट करने के उनके प्रयासों का परिणाम थी।

दोराहे पर खड़े नेताओं को किया आगाह

बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ संबंधों को लेकर दोराहे पर खड़े नेताओं और दलों को आगाह किया कि वे भाजपा का विरोध करें या खुलकर समर्थन, लेकिन दोनों काम एक साथ नहीं चलेंगे। संकेत राजद के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की ओर भी था, जिन्होंने कार्यक्रम में आना जरूरी नहीं समझा।

तेजस्वी ने विपक्षी दलों की एकता को समय की मांग बताया

भाजपा से लड़ाई के लिए तेजस्वी ने विपक्षी दलों की एकता को समय की मांग बताया। उन्होंने भाजपा विरोधी दलों से एकजुट होकर मुकाबला करने का आग्रह किया। कहा कि इधर या उधर होकर चलने से काम नहीं चलेगा। बड़े लक्ष्य के लिए स्वार्थ से ऊपर उठें।

सबको एक मंच पर लाने की कही बात

कांग्रेस को साथ लेकर चलने पर जोर देते हुए लालू ने कहा कि सोनिया गांधी से उनकी बात-मुलाकात हो चुकी है। सबको एक मंच पर लाना है। बिहार में जैसा माहौल बना है, वैसा पूरे देश में बनाना है। राजद के विस्तार का संकेत देते हुए लालू ने कहा कि ऐसे आयोजन अब सभी राज्यों में किए जाएंगे। अधिवेशन में राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव ने कार्यकारिणी गठन के लिए लालू को अधिकृत किया।

मुलायम को अपना पुराना मित्र बताया

लालू को निर्वाचन प्रमाण पत्र राजद के राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी उदय नारायण चौधरी एवं चितरंजन गगन ने दिया। संचालन राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने किया। इस दौरान मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि दी गई। लालू ने मुलायम को अपना पुराना मित्र बताया और कहा कि उनके अंतिम कार्यक्रम में भाग लेने के लिए तेजस्वी सैफई जा रहे हैं। लालू ने नेताजी अमर रहे, के नारे भी लगाए।

तेजस्वी की बढ़ाई ताकत

लालू ने राजद में तेजस्वी यादव को अपने बाद दूसरे नंबर के नेता के रूप में स्थापित करते हुए कहा कि सरकार और गठबंधन के बारे में सारे फैसले सिर्फ और सिर्फ तेजस्वी लेंगे। हालांकि लालू ने इस दौरान जगदानंद या किसी अन्य नेता का नाम नहीं लिया, लेकिन सुधाकर सिंह के राज्य मंत्रिमंडल से त्यागपत्र के बाद इसे पार्टी में उठ रहे सवाल से जोड़कर देखा जा रहा है।

लालू और तेजस्वी करेंगे निर्णयों का फैसला

अधिवेशन में राजद के राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव ने संविधान संशोधन का प्रस्ताव भी पेश किया। इसमें भी तेजस्वी के अधिकार बढ़ाए गए हैं। अब राजद के नाम, सिंबल और झंडे से संबंधित सारे निर्णयों का फैसला लालू और तेजस्वी ही करेंगे।

एमबीए पास चाय बेचने पर मजबूर

तेजस्वी तेजस्वी ने महंगाई और रोजगार के मुद्दे पर कार्यकर्ताओं को भाजपा से सचेत किया। कहा- केंद्र सरकार को न तो महंगाई दिखती है और न बेरोजगारी। आजादी के 75 वर्षों में नरेन्द्र मोदी चाय बेचकर प्रधानमंत्री बन गए, लेकिन भाजपा की सरकार में एमबीए पास युवा चाय बेचने पर मजबूर हो रहे हैं। भाजपा ने 2014 में युवाओं से कई सारे वादे किए थे। नौकरी देने और महंगाई कम करने का भरोसा दिया था लेकिन किया कुछ नहीं।  

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