Sam Pitroda: 'ईस्ट वाले चीनी, साउथ वाले अफ्रीकन' सैम पित्रोदा के बयान पर क्या बोली कांग्रेस, जयराम रमेश ने दी ये सफाई
Sam Pitroda Controversial Statement इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष ने देश के पूर्वोत्तर और दक्षिण क्षेत्र के राज्यों में रहने वाले लोगों को लेकर टिप्पणी की है। उनकी इस टिप्पणी से कांग्रेस ने दूरी बना ली है। एक्स पर एक पोस्ट में कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि भारत की विविधता को चित्रित करने के लिए सैम पित्रोदा द्वारा पॉडकास्ट में कही गई उपमाएं सबसे दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य हैं।
एएनआई, नई दिल्ली। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा कभी विरासत कर लाने की बात बोलकर विवाद खड़े कर देते हैं, तो कभी भारत की विविधताओं को ऐसे चित्रित कर देते हैं कि विवाद खड़ा हो जाता है। एक बार फिर सैम पित्रोदा ने भारत के लोगों को लेकर 'नस्लवादी' टिप्पणी की है।
इस बार इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष ने देश के पूर्वोत्तर और दक्षिण क्षेत्र के राज्यों में रहने वाले लोगों को लेकर टिप्पणी की है। उनकी इस टिप्पणी से कांग्रेस ने दूरी बना ली है। एक्स पर एक पोस्ट में, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि भारत की विविधता को चित्रित करने के लिए सैम पित्रोदा द्वारा पॉडकास्ट में कही गई उपमाएं सबसे दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इन उपमाओं से खुद को पूरी तरह से अलग करती है।
सैम पित्रोदा की अस्वीकार्य उपमाओं पर मेरा बयान https://t.co/wr8zRSlNX9 pic.twitter.com/G0K7TY3CgQ
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) May 8, 2024
सैम पित्रोदा भारत की विविधता को लेकर की नस्लवादी टिप्पणी
बता दें कि सैम पित्रोदा का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि भारत जैसे विविधता वाले देश में सभी एक साथ रहते हैं। यहां पूर्वी भारत के लोग चीन के लोगों जैसे, पश्चिम भारत में रहने वाले अरब जैसे और दक्षिण में रहने वाले अफ्रीकी लोगों जैसे दिखते हैं। लेकिन इसके बावजूद फिर भी हम सभी मिल-जुलकर रहते हैं।पित्रोदा ने भारत के लोकतंत्र को बताते वक्त दिया विवादित बयान
एक अखबार के साथ एक इंटरव्यू में, पित्रोदा ने भारत में लोकतंत्र पर विचार करते हुए कहा कि हम 75 वर्षों से बहुत खुशहाल माहौल में रह रहे हैं, जहां लोग यहां-वहां के कुछ झगड़ों को छोड़कर एक साथ रह सकते हैं। हम एक देश पर पकड़ बनाए रख सकते हैं। भारत एक विविधतापूर्ण देश है जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे दिखते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरे जैसे दिखते हैं और शायद दक्षिण के लोग अफ़्रीकी जैसे दिखते हैं।