महाराष्ट्र में दोनों गठबंधनों के लिए सिरदर्द बनेगी SP, अखिलेश यादव की लीडरशिप में पार्टी ने बनाया ये मास्टरप्लान
Maharashtra Vidhan Sabha Election 2024 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने भी कमर कस ली है। शनिवार को मुंबई के एक सभागार में उत्तर प्रदेश के नवनिर्वाचित सपा सांसदों का धूमधाम से स्वागत करके और उन सभी का मुंबई भ्रमण करवाकर महाराष्ट्र सपा अध्यक्ष अबू आसिम आजमी ने संकेत दे दिया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में सपा अपना पूजा जोर दिखाएगी।
ओमप्रकाश तिवारी, मुंबई। महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी सत्तारूढ़ एवं विपक्षी, दोनों गठबंधनों के लिए सिरदर्द बनने की तैयारी कर रही है। सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति के लिए उसके वोट में सेंध लगाकर, तो विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी (मविआ) के लिए उसकी सीटों में बंटवारा कर।
विधानसभा चुनाव के लिए सपा ने कस ली कमर
शनिवार को मुंबई के एक सभागार में उत्तर प्रदेश के नवनिर्वाचित सपा सांसदों का धूमधाम से स्वागत करके और उन सभी का मुंबई भ्रमण करवाकर महाराष्ट्र सपा अध्यक्ष अबू आसिम आजमी ने संकेत दे दिया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में सपा जोर-शोर से मैदान में उतरेगी। आजमी कहते हैं कि पिछले विधानसभा चुनाव में हमने कांग्रेस से सात सीटें मांगी थीं।
उन्होंने अंत तक हमें लटकाए रखा और अंत में गठबंधन करने से ही मना कर दिया। तब भी हम भिवंडी और गोवंडी की दो सीटें अकेले लड़कर जीतने में सफल रहे थे। इस बार हमने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से कहा है कि वह महाविकास आघाड़ी से कम से कम 12 सीटों की मांग करें, हम जीतकर दिखाएंगे।
अबू आसिम आजमी ने आगे कहा,"जाहिर है, उत्तर प्रदेश में इस बार जिस तरह से अखिलेश ने कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस तक को अपने साथ लेकर चुनाव लड़ा, और सफलता भी पाई, उसकी तारीफ चुनाव परिणाम आने के बाद महाराष्ट्र के दिग्गज नेता शरद पवार ने भी की थी।"
सपा को सीटें देने के लिए महाअघाड़ी दल को करना होगा त्याग: अबू आजमी
आजमी को उम्मीद है कि अब यदि अखिलेश महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जीतने वाली सीटें उचित संख्या में मांगेंगे तो मविआ इंकार नहीं करेगी। लेकिन सपा को ये सीटें देने के लिए निश्चित रूप से कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और राकांपा (शपा), तीनों को त्याग करना पड़ेगा।दूसरी ओर भाजपानीत महायुति में बड़ा नुकसान भाजपा को ही होगा सपा के उभार से। क्योंकि कभी कांग्रेस और सपा का वोटबैंक रहा मुंबई का उत्तर भारतीय समाज 2014 से ही भाजपा के साथ आ गया था। भाजपा को 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव एवं 2019 के विधानसभा चुनाव में इसका लाभ भी मिला। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में यह वोटबैंक दो भागों में बंट चुका है।