'नोआखाली से संदेशखाली तक 80 सालों से हो रहा हिंदुओं पर अत्याचार', भाजपा ने सुहरावर्दी से की ममता बनर्जी की तुलना
भाजपा ने 1946-47 में नोआखली में हिंदुओं के कत्लेआम का आदेश देने वाले बंगाल के तत्कालीन मुख्यमंत्री सुहरावर्दी से पश्चिम बंगाल की मौजूदा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तुलना की है। भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कर्नाटक में मंदिरों पर टैक्स का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को खत्म करने का आइएनडीआइए गठबंधन का सिर्फ बयान ही नहीं बल्कि अभियान है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भाजपा ने 1946-47 में नोआखली में हिंदुओं के कत्लेआम का आदेश देने वाले बंगाल के तत्कालीन मुख्यमंत्री सुहरावर्दी से पश्चिम बंगाल की मौजूदा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तुलना की है। भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने इसे नोआखाली से लेकर संदेशखाली तक 80 साल से चली आ रही हिंदुओं पर अत्याचार की मानसिकता बताया।
सनातन धर्म को खत्म करना आइएनडीआइए का अभियानः भाजपा
कर्नाटक में मंदिरों पर टैक्स का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को खत्म करने का आइएनडीआइए गठबंधन का सिर्फ बयान ही नहीं, बल्कि अभियान है। भाजपा प्रवक्ता के अनुसार जिस तरह से तत्कालीन मुख्यमंत्री सुहरावर्दी के संरक्षण में हिंदुओं पर अत्याचार होता था, वैसा ही आज ममता बनर्जी की सरकार के संरक्षण में हो रहा है।
पीड़ित महिलाओं पर ही दबाव बना रही सरकार
उन्होंने कहा कि तृणमूल के संरक्षण में पल रहे शाहजहां और उसके खास शेख सिजाजुद्दीन और जहांगीर जैसे अपराधी तत्वों के कारण बंगाल में सिराजुद्दौला का जमाना लौटने का अहसास हो रहा है। विडंबना यह है कि ममता बनर्जी द्वारा गठित एसआइटी पीड़ित महिलाओं को न्याय देने के बजाय उनपर ही दबाव बना रही है।महिला व मानवाधिकार संगठनों की चुप्पी पर उठाया सवाल
सुधांशु त्रिवेदी ने संदेशखाली की घटना पर लेकर विपक्षी नेताओं, महिला व मानवाधिकार संगठनों की चुप्पी पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि इससे ऐसा लग रहा है कि शाहजहां शेख जैसे कट्टरपंथी और आपराधिक प्रवृति के लोगों को पूरे भारत में सेक्युलर संरक्षण प्राप्त है।