'काले अक्षरों में लिखा जाएगा नाम', संजय राउत ने पूर्व CJI चंद्रचूड़ पर फोड़ा हार का ठीकरा; जानिए क्या दिया तर्क
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में न केवल शिवसेना (यूबीटी) बल्कि पूरे महा विकास अघाड़ी गठबंधन को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। जनता ने महायुति गठबंधन को प्रचंड जनादेश दिया है। अब शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने पार्टी की हार का ठीकरा पूर्व मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ पर फोड़ा है। उन्होंने इस संबंध में क्या तर्क दिया है... आइए जानते हैं।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) की अपमानजनक हार के बाद उसके अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और उनके करीबी सहयोगी संजय राउत ने पूर्व मुख्य न्यायाधीश धनंजय चंद्रचूड़ पर निशाना साधा है। आज राउत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अगर शिवसेना में बगावत के बाद विधायकों की अयोग्यता पर चंद्रचूड़ ने समय पर फैसला दे दिया होता तो आज परिस्थितियां कुछ और होतीं।
शनिवार शाम को हार के कारणों का विश्लेषण करने के बाद ठाकरे ने कहा था कि न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ द्वारा शिवसेना विधायकों की अयोग्यता पर फैसला न देने के कारण उन पर निशाना साधा गया था।
ठाकरे ने कहा था कि सर्वोच्च न्यायालय ने शिवसेना बनाम शिवसेना (यूबीटी) और राकांपा बनाम राकांपा (शरद चंद्र पवार) के मुद्दे पर अपना फैसला नहीं दिया। करीब दो साल हो गए। अब तो चुनाव भी हो गए तो हम किस पर भरोसा करें या किसके पास जाएं। रविवार को इसी बात को आगे बढ़ाते हुए राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने न्यायमूर्ति का नाम लेते हुए उन पर खुलकर निशाना साधा।
'काले अक्षरों में लिखा जाएगा नाम'
संजय राउत ने कहा कि चंद्रचूड़ ने दलबदलुओं के मन से कानून का डर खत्म कर दिया है। उनका नाम इतिहास में काले अक्षरों में लिखा जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि अयोग्यता याचिकाओं पर फैसला न करके न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने दलबदलुओं के लिए दरवाजे और खिड़कियां खोल दी हैं। इसलिए आज महाराष्ट्र में जो कुछ भी हो रहा है, उसके जिम्मेदार डीवाई चंद्रचूड़ ही हैं। इसी प्रकार कुछ समय पहले शिवसेना की वार्षिक दशहरा रैली और चुनावी रैलियों में भी ठाकरे पार्टी विभाजन के बाद कोर्ट द्वारा फैसला न करने पर बात करते रहे हैं।
उद्धव ने इस मामले में और क्या कहा?
ठाकरे ने शिवसेना विभाजन पर विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका का जिक्र करते हुए कहा था कि अगर आप (चंद्रचूड़) वास्तव में इतिहास में अपना नाम दर्ज कराना चाहते हैं तो अभी मौका है। आपके सेवानिवृत्त होने से पहले अभी भी समय है। लोकतंत्र बचाओ, लोकतंत्र बचाओ, लोकतंत्र बचाओ। पूरा देश आपकी ओर देख रहा है। कृपया ऐसा निर्णय लें जिससे देश को आप पर गर्व हो।50 का आंकड़ा पार नहीं कर पाया महा विकास अघाड़ी
शनिवार को महाराष्ट्र की कुल 288 विधानसभा सीटों के परिणाम आए। भाजपा नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने प्रचंड जीत हासिल की। विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना (यूबीटी) को 20, कांग्रेस को 16 और शरद पवार की पार्टी एनसीपी (एसपी) को सिर्फ 10 सीटों पर जीत मिली है।यह भी पढ़ें: आखिर क्यों लगातार कमजोर हो रही कांग्रेस? झारखंड-महाराष्ट्र के नतीजों के बाद उठने लगे कई सवाल
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