Interview: 'भारत जोड़ो यात्रा' और 'कांग्रेस अध्यक्ष' के चुनाव पर खुलकर बोले शशि थरूर; गुलाम नबी आजाद पर साधी चुप्पी
कन्याकुमारी से कश्मीर तक 3570 किलोमीटर लंबी भारत जोड़ो यात्रा शुरू होने से एक दिन पहले समाचार एजेंसी पीटीआई के साथ साक्षात्कार में थरूर ने कहा कि संदेश यह भी है कि कांग्रेस वह पार्टी है जो भारत को एकजुट कर सकती है।
By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Updated: Tue, 06 Sep 2022 01:47 PM (IST)
तिरुवनंतपुरम, एजेंसी। कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' से पहले गुलाम नबी आजाद ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस 7 सितंबर से 'भारत जोड़ो यात्रा' शुरू करने वाली है। इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने समाचार एजेंसी पीटीआई को साक्षात्कार दिया है। शशि थरूर ने कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' समेत पार्टी के कई अहम बिंदुओं पर खुलकर बात की है।
शशि थरूरू ने कहा कि इस यात्रा से पार्टी 'भारत जोड़ो' और 'कांग्रेस जोड़ो' दोनों को ही हासिल कर सकती है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा देशभर के कांग्रेसियों और महिलाओं को पार्टी के मूल्यों और आदर्शों के साथ-साथ लोगों की सेवा के लिए एकजुट कर सकती है।
कांग्रेस वह पार्टी जो भारत को कर सकती है एकजुट
कन्याकुमारी से कश्मीर तक 3,570 किलोमीटर लंबी 'भारत जोड़ो यात्रा' शुरू होने से एक दिन पहले समाचार एजेंसी पीटीआई के साथ साक्षात्कार में थरूर ने कहा कि संदेश यह भी है कि कांग्रेस वह पार्टी है जो भारत को एकजुट कर सकती है। अगर जनता इस संदेश से पर्याप्त रूप से प्रेरित है, तो यह वास्तव में पार्टी को पुनरुद्धार करेगा।
गुलाम नबी आजाद के मामले पर कहा, इस पर नहीं करना चाहता टिप्पणी
कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद और अन्य कई नेताओं ने हाल ही में पार्टी को छोड़ दिया। जिन्होंने कहा था कि कांग्रेस को भारत जोड़ो नहीं पार्टी जोड़ो अभियान चलाना चाहिए। इस सवाल के जवाब में तिरुवनंतपुरम के सांसद ने कहा, 'गुलाम नबी साहब एक सम्मानित बुजुर्ग नेता हैं और मैं इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता। लेकिन मैं कहूंगा कि भारत जोड़ो यात्रा देशभर के कांग्रेसियों और महिलाओं को हमारे मूल्यों और आदर्शों के साथ-साथ लोगों की सेवा के लिए एकजुट कर सकती है। लोगों के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाकर और उन्हें दिखा सकती है कि हम उनके लिए लड़ रहे हैं।' थरूर ने कहा कि तब यह 'भारत जोड़ो' और 'कांग्रेस जोड़ो' दोनों हो सकता है।
कांग्रेस में अध्यक्ष पद का चुनाव कराए जाने का मैंने किया स्वागतकांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में संभावना के बारे में पूछे जाने पर थरूर ने कहा कि मैंने केवल इस तथ्य का स्वागत किया है कि चुनाव होना चाहिए। मेरा मानना है कि यह पार्टी के लिए बहुत अच्छा है। इसके साथ ही उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि आखिर किस अन्य राजनीतिक दल ने लगभग 10,000 मतदाताओं के बीच अपने शीर्ष अध्यक्ष पद के लिए खुला चुनाव कराया है।
बड़ी संख्या में लोगों ने मेरे चुनाव लड़ने की संभावना का किया स्वागतथरूर ने कहा कि बेशक यह खुशी की बात है कि लोकतांत्रिक सिद्धांत के इस सामान्य बयान के कारण देशभर में बड़ी संख्या में लोगों ने मेरे चुनाव लड़ने की संभावना का स्वागत किया है। लेकिन जैसा कि मैंने स्पष्ट कर दिया है, मैंने अपनी उम्मीदवारी की घोषणा नहीं की है।
भारत जोड़ो यात्रा के बारे में बात करते हुए और उन्होंने कहा कि यह विचारधाराओं की लड़ाई में एक निर्णायक चरण है। उन्होंने कहा कि यह कई मायनों में एक अस्तित्व का संघर्ष है, जिसमें हम संविधान में निहित भारत के विचार की रक्षा के लिए लगे हुए हैं।