सियासी जोरआजमाइश के बीच सिद्धारमैया ही बनते दिख रहे पहली पसंद, आज होगी कर्नाटक के नए CM के नाम की घोषणा
डीके शिकुमार की दावेदारी से कर्नाटक के मुख्यमंत्री के नाम पर कांग्रेस हाईकमान मंगलवार को नहीं कर पाया अंतिम फैसला अब बुधवार को नाम तय किए जाने के संकेत। हाईकमान के नाम तय करने के बाद बेंगलुरू में विधायक दल की बैठक बुलाकर की जाएगी मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा।
By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraUpdated: Wed, 17 May 2023 02:59 AM (IST)
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कर्नाटक कांग्रेस के दोनों दिग्गजों डीके शिवकुमार और सिद्धरमैया के मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी-अपनी दावेदारी से पीछे नहीं हटने के चलते पार्टी हाईकमान मंगलवार को सीएम के चेहरे पर अंतिम फैसला नहीं कर पाया। अब संकेत हैं कि बुधवार को हाईकमान नए मुख्यमंत्री का नाम तय कर देगा और इसके बाद बेंगलुरू में विधायक दल की बैठक बुलाकर इसका औपचारिक ऐलान करने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
सिद्धरमैया ही कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बनते आ रहे नजर
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के यहां मुख्यमंत्री तय करने को लेकर पार्टी नेताओं के बीच चले बैठकों के दौर में सिद्धरमैया और शिवकुमार से भी चर्चा हुई। बताया जाता है कि दोनों ने दावेदारी को लेकर अपने-अपने तर्क दिए और इस रस्साकशी के चलते ही मुख्यमंत्री का नाम तय करने में कांग्रेस हाईकमान ने जल्दबाजी नहीं दिखाने की रणनीति अपनायी है मगर अब तक मिल रहे संकेतों से साफ है कि शिवकुमार के सियासी जोर लगाने के बावजूद सिद्धरमैया ही कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री पद की पसंद बनते नजर आ रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास 10 राजाजी मार्ग पर मंगलवार को राजनीतिक सरगर्मियों का सुबह से देर रात तक जोर रहा मगर पार्टी हाईकमान कर्नाटक की नई सरकार के नेतृत्व पर अंतिम निर्णय नहीं कर पाया।
मुख्यमंत्री पद पर उनकी बनती है स्वाभाविक दावेदारी: शिवकुमार
बेंगलुरू से मंगलवार दोपहर दिल्ली पहुंचे डीके शिवकुमार की शाम पांच बजे खरगे से उनके घर पर मुलाकात हुई। सूत्रों के अनुसार शिवकुमार ने कर्नाटक चुनाव में संगठन का नेतृत्व करने से लेकर पार्टी के लिए अपने योगदानों का हवाला देते हुए साफ कहा कि मुख्यमंत्री पद पर उनकी स्वाभाविक दावेदारी बनती है।
कर्नाटक की राजनीति में अब यह उनके साथ नई पीढ़ी का वक्त है। समझा जाता है कि खरगे ने उनकी बातें सुनी मगर इस बारे में उनसे कोई ठोस वादा नहीं किया। शिवकुमार की कांग्रेस अध्यक्ष से आधे घंटे हुई चर्चा के तुरंत बाद शाम छह बजे सिद्धरमैया राजाजी मार्ग पहुंचे और खरगे के साथ करीब घंटे भर बातचीत की।
इस बातचीत को लेकर पार्टी की तरफ से किसी तरह की टिप्पणी नहीं की गई मगर समझा जाता है कि सिद्धरमैया ने डीके शिवकुमार के दबावों के बावजूद मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी से पीछे नहीं हटने का साफ संदेश दे दिया।