Move to Jagran APP

'PM Modi आम सहमति का उपदेश तो देते, लेकिन टकराव को भी बढ़ाते हैं'; सोनिया गांधी ने लेख में बोला हमला

Sonia Gandhi attacks PM सोनिया गांधी ने एक लेख के माध्यम से पीएम मोदी पर निशाना साधा है। सोनिया ने कहा कि पीएम आम सहमति की बात तो करते लेकिन हमेशा टकराब को बढ़ावा भी देते हैं। सोनिया के लेख का जिक्र कर आज पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी पीएम पर हमला बोला है और कहा कि पीएम ने अब तक मतदाताओं के संदेश को नहीं समझा है।

By Agency Edited By: Mahen Khanna Updated: Sat, 29 Jun 2024 12:13 PM (IST)
Hero Image
Sonia Gandhi attacks PM Modi सोनिया गांधी ने लेख के माध्यम से पीएम पर साधा निशाना।
एएनआई, नई दिल्ली। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने अपने एक लेख से पीएम मोदी पर निशाना साधा है। एक प्रमुख अंग्रेजी अखबार में लिखे संपादकीय में सोनिया गांधी (Sonia Gandhi attacks PM Modi) ने लिखा, पीएम मोदी संसद में आम सहमति की बात तो करते हैं, लेकिन वो खुद टकराव को बढ़ावा देते हैं। 

मतदाताओं के संदेश को नहीं समझे पीएम मोदी

सोनिया ने आगे लिखा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि प्रधानमंत्री लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों को समझे हैं सहमत हैं और उन्होंने मतदाताओं के संदेश पर गौर किया है।

संसद के संचालन पर जताई निराशा

सोनिया गांधी ने अपने लेख में संसद सत्र के संचालन के तरीके पर भी सवाल उठाए और निराशा व्यक्त की। सोनिया ने लिखा, '18वीं लोकसभा की शुरुआत में ही संसद में मतभेद देखा गया और किसी को भी साथ लेकर नहीं चला गया। पीएम आम सहमति की बात तो करते हैं, लेकिन टकराव को भी बढ़ावा देते हैं। 

सोमवार को विपक्ष के हंगामा न करने के दिए संकेत

संसद में बीते दिनों विपक्ष ने नीट मामले पर बहस के लिए बड़ा हंगामा किया था, लेकिन सोनिया गांधी ने अपने लेख से साफ कर दिया है कि वो सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा को तैयार होगा।

सोनिया के इस लेख को रेखांकित करते हुए, राज्यसभा में विपक्ष के नेता और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने हाल के संसदीय चुनावों में मतदाताओं द्वारा दिए गए संदेश पर "चिंतन" न करने का आरोप लगाया। 

भाजपा को चुनाव में लगा था झटका

बता दें कि 2024 के आम चुनाव में भाजपा की सीटें काफी कम हुई है। भाजपा की जीत की संख्या 2019 की 303 सीटों और 2014 में जीती गई 282 सीटों से काफी कम है। दूसरी ओर कांग्रेस ने 2019 में 52 और 2014 में 44 सीटों की तुलना में 99 सीटें जीतकर मजबूत वृद्धि दर्ज की।