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Sunil Kanugolu: कौन हैं कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के सूत्रधार सुनील कनुगोलू? भाजपा के साथ भी कर चुके हैं काम

सुनील कनुगोलू ने कर्नाटक में कांग्रेस के लिए रणनीति बनाई थी। वह पिछले साल पार्टी में शामिल हुए थे। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव से पहले उनको कर्नाटक में पार्टी के लिए रणनीति बनाने के लिए चुना था। हिमाचल में कांग्रेस की जीत के सूत्रधार भी सुनील कनुगोलू रह चुके हैं।

By Sonu GuptaEdited By: Sonu GuptaUpdated: Sun, 14 May 2023 08:00 PM (IST)
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सुनील कनुगोलू ने कर्नाटक में कांग्रेस के लिए बनाई थी रणनीति, पिछले साल पार्टी में हुए थे शामिल। फाइल फोटो।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम आ चुके हैं। कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला है। इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने जिस तरह से जोर-शोर से प्रचार किया और पार्टी ने जो रणनीति बनाई, इसकी रूपरेखा सुनील कनुगोलू ने ही तय की थी। इससे पहले लोग चुनावी रणनीतिकार के रूप में सिर्फ प्रशांत किशोर को ही जानते थे। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव से पहले सुनील कनुगोलू को कर्नाटक में पार्टी के लिए रणनीति बनाने के लिए चुना था।

सुनील कनुगोलू ने तैयार की थी कांग्रेस की रणनीति

कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस ने इस बार कई रणनीति अपनाए, जिसमें उम्मीदवारों का चयन, मतदान के व्यवहार का अध्ययन और चुनावी अभियान की तैयारी शामिल है। कर्नाटक चुनाव में जीत के पीछे कांग्रेस के नए प्रशांत किशोर के रूप में सुनील कनुगोलू सामने आए हैं, जिन्होंने कांग्रेस सदस्य के रूप में कर्नाटक में चुनाव अभियान की रूपरेखा तैयार की और पार्टी को जीत दिलाने में मदद की।  

पिछले साल हुए थे कांग्रेस में शामिल

मूल रूप से कर्नाटक के रहने वाले सुनील कनुगोलू चेन्नई में पले-बढ़े हैं और अब बेंगलुरू में रहते हैं। सुनील व्यापारिक परिवार से आते हैं। कांग्रेस में शामिल होने से पहले वह भाजपा, द्रमुक और अन्नाद्रमुक के साथ काम कर चुके हैं। पिछले साल राहुल गांधी और सोनिया गांधी के साथ लंबी बातचीत के बाद कांग्रेस में शामिल हो गए थे।

हिमाचल में जीत के सूत्रधार रहे हैं सुनील

सुनील कनुगोलू के करीबियों के मुताबिक, पार्टी के बड़े नेताओं के साथ उनके अच्छे व्यक्तिगत संबंध है, जिसके कारण उन्हें काम करने में आसानी होती है। कांग्रेस के एक राजनीतिक सूत्र के अनुसार, सुनील एक शांत व्यक्तित्व, लेकिन दृढ़ संकल्प वाले व्यक्ति हैं। वह हमेशा फील्ड डेटा के साथ काम करते रहते हैं। कनुगोलू ने कांग्रेस में शामिल होने के एक माह के बाद ही अपनी तैयारी शुरू कर दी थी। कर्नाटक चुनाव में समय कम होने के कारण उन्होंने गुजरात चुनाव के लिए काम करने से खुद को दूर कर लिया। हालांकि, हिमाचल में उनकी टीम ने  उम्मीदवारों को तय करने के लिए फील्ड सर्वेक्षण पर काम किया था।

कई पार्टियों के साथ कर चुके हैं काम

सुनील कनुगोलू इससे पहले कई पार्टियों के साथ काम कर चुके हैं। वह कर्नाटक में भाजपा के साथ भी काम कर चुके हैं। साल 2018 के कर्नाटक चुनाव में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के साथ काम किया था और इस दौरान भाजपा 104 सीटों के साथ राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनने में कामयाब हुई थी। राजनीतिक दलों के साथ काम करने से पहले कनुगोलू वैश्विक प्रबंधन सलाहकार फर्म मैकिंसे के साथ काम कर चुके हैं। 

135 सीटों पर कांग्रेस की हुई है जीत

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला है। पार्टी ने विधानसभा की 224 सीटों में से 135 सीटों पर जीत हासिल की है। भाजपा ने सिर्फ 66 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं, जेडीएस ने 19 सीटों पर जीत हासिल की है।